Greater Noida News : बाल विवाह (Child marriage) एक ऐसी कुरीति है, जो भारत देश में सदियों से चली आ रही है। भारत में ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व में बाल विवाह होते आएं हैं, लेकिन पूरे विश्व में बाल विवाह के लिए भारत दूसरे स्थान पर आता है। विवाह एक बेहद पवित्र रिश्ता होता है, लेकिन बाल विवाह से मासूमों का बचपन छिन जाने से कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद हो जाती है। ऐसे में ग्रेटर नोएडा के दनकौर क्षेत्र में पुलिस ने एक मासूम को इस कुरीति का शिकार होने से बचाया है।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के मुताबिक, बुधवार को दनकौर थाना क्षेत्र के एक गांव में दुल्हे को बिना दुल्हन के लौटना पड़ा। शादी की महंदी और हल्दी चढ़त आदि रस्म भी हो गई थी। दूल्हा बैंड-बाजे और बारातियों के साथ दुल्हन लेने पहुंचा था। शादी की सभी रस्में धूमधाम से की जा रही थी। महिलाएं मंगल गीत गा रही थी, लोग खाना खाने में मस्त थे। चारों तरफ खुशियों का माहौल था। बस फेरे बाकि थे। उसी दौरान दनकौर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और शादी को रुकवा दिया। यह देखकर लोगों में हड़कंप मच गया।
दसवीं के प्रमाणपत्र ने किया खुलासा
परिजनों ने शादी रुकवाने का कारण पूछा तो प्रभारी ने बताया कि उनकी बेटी अभी नाबालिग है। संविधान में बाल-विवाह करना अपराध होता है, इसलिए ये शादी नही हो सकती। प्रभारी को स्वजन ने लड़की का आधार कार्ड दिखाया। जिसमें उसकी उम्र 18 वर्ष से अधिक थी। इसके बाद पुलिस ने उसका हाई स्कूल का प्रमाणपत्र देखा, जिसमें उसकी उम्र केवल 16 वर्ष 11 माह थी।
दूल्हे और बारातियों को बिना दुल्हन लौटना
इसके बाद क्या था, दूल्हे और बारातियों को बिना दुल्हन ही लौटना पड़ा। वहीं, चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने भी गांव जाकर लड़की से पूछताछ की है। थाना प्रभारी प्रभारी संजय कुमार सिंह का कहना है कि नाबालिग की शादी होने की सूचना मिली थी। मौके पर जाकर जांच की तो लड़की नाबालिग पाई गई जिसके चलते शादी को रुकवा दिया है।