पुलिस कमिश्नर और सीईओ क्रिस्टोफ की मीटिंग हुई, सिक्योरिटी और इन मुद्दों पर हुई चर्चा

जेवर एयरपोर्ट BREAKING : पुलिस कमिश्नर और सीईओ क्रिस्टोफ की मीटिंग हुई, सिक्योरिटी और इन मुद्दों पर हुई चर्चा

पुलिस कमिश्नर और सीईओ क्रिस्टोफ की मीटिंग हुई, सिक्योरिटी और इन मुद्दों पर हुई चर्चा

Tricity Today | पुलिस कमिश्नर और सीईओ क्रिस्टोफ की मीटिंग हुई

Jewar Airport : जेवर में बन रहे नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Noida International Airport) को लेकर सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है। इस बैठक में गौतमबुद्ध नगर के पुलिस आयुक्त आलोक कुमार सिंह (Alok Kumar Singh IPS) और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी क्रिस्टोफ श्नेलमैन मुख्य रूप से शामिल हुए। एयरपोर्ट की सिक्योरिटी और कई दूसरे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अधिकारियों के बीच चर्चा हुई है। बैठक में गौतमबुद्ध नगर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त लव कुमार और एयरपोर्ट की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरण जैन भी शामिल हुईं।



दोनों ओर के शीर्ष अफसर शामिल हुए
पुलिस आयुक्त आलोक कुमार सिंह ने बताया कि जेवर में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण कार्य की सुरक्षा औरबअन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर कमिश्नरेट कार्यालय नोएडा के सेक्टर-108 में मीटिंग हुई है। इस मीटिंग में नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन, सीओओ किरन जैन और परियोजना से जुड़े सरकारी मामलों की प्रमुख नीलू खत्री के साथ समन्वय पर चर्चा की गई है। एयरपोर्ट से जुड़े इन अधिकारियों को गौतमबुद्ध नगर पुलिस की विस्तृत तैयारियों के बारे में जानकारी दी गई है। बताया गया है कि किस तरह फिलहाल निर्माण परियोजना के लिए सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। एयरपोर्ट शुरू होने के बाद किस तरह की सिक्योरिटी प्लानिंग है। बैठक में अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) पुष्पांजलि भी शामिल हुईं।


एयरपोर्ट एरिया में 4 पुलिस स्टेशन बनेंगे
गौतमबुद्ध नगर के पुलिस आयुक्त आलोक कुमार सिंह और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुणवीर सिंह एयरपोर्ट परियोजना को लेकर सुरक्षा इंतजामों पर कई दौर की बैठक कर चुके हैं। दोनों अधिकारियों और स्थानीय विधायक ने पूरे इलाके का भ्रमण किया था। मौजूदा और भविष्य की सुरक्षा इंतजामों पर काम किया गया है। आने वाले वक्त में जेवर एयरपोर्ट और इसके आसपास के क्षेत्रों में 4 नए पुलिस स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। एक महिला थाना भी बनाया जाएगा। इनके लिए यमुना अथॉरिटी ने भूमि आरक्षित कर दी है। पुलिस आयुक्त के प्रस्ताव को राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है। एयरपोर्ट के लिए अलग से पुलिस उपायुक्त और सहायक पुलिस आयुक्तों की नियुक्ति की जाएगी।



सात दिन पहले शुरू हो चुका है निर्माण कार्य
आपको बता दें कि 7 दिन पहले जेवर में प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण स्विस कम्पनी ने शुरू करवा दिया है। साइट पर कम्पनी का अमला पहुंच गया है। कन्टेनर लगाकर अस्थाई दफ्तर और शेड्स बनाए गए हैं। तीन प्रोजेक्ट पर एक साथ काम किया जा रहा है। एक तरफ पूरी परियोजना की बाउंड्री वॉल बनाई जाएगी। दूसरी ओर एयर ट्रैफिक कंट्रोल की बिल्डिंग और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के कार्यालय का निर्माण शुरू किया गया है। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड कम्पनी इस परियोजना के लिए स्पेशल पर्पज वेहिकल है। जिसमें यमुना अथॉरिटी और स्विस कम्पनी हिस्सेदार हैं। ऐसे में सुरक्षा काफी जरुरी है, जिसे लेकर सोमवार को यह बैठक हुई है।



शिलान्यास की तिथि अभी तय नहीं
जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास की तिथि अभी तय नहीं है। हालांकि शिलान्यास से पहले काम शुरू हो गया है। इसके आधारशिला की तारीख बाद में तय की जाएगी। शिलान्यास की तिथि सरकार स्तर पर तय होनी है। अभी इसको लेकर कोई हलचल नहीं है। उम्मीद है कि जल्द ही इसकी तिथि तय हो जाएगी।



जेवर एयरपोर्ट में दो समूहों के छह हिस्सेदार
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण दो समूहों के 6 हिस्सेदार मिलकर कर रहे हैं। इनमें एक सरकारी हिस्सेदारों का समूह है। दूसरा समूह प्राइवेट पार्टनर्स का है। सरकारी समूह में उत्तर प्रदेश सरकार, नोएडा अथॉरिटी, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और यमुना अथॉरिटी शामिल हैं। दूसरे समूह में जूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी की भारतीय कम्पनी के साथ अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शामिल हो गया है। सोमवार को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने इस प्रोजेक्ट के लिए 3,725 करोड रुपए के वित्तपोषण को स्वीकृति दी है। यह पैसा कर्ज और इक्विटी के रूप में दिया गया है।



दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) दुनिया का चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया जाएगा। अभी तक नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 5,000 हेक्टेयर में बनाया जाना था। इसका क्षेत्रफल बढ़ाकर 5,845 हेक्टेयर कर दिया गया है। अब मेंटेनेंस रिपेयर एंड ओवरहालिंग हब (MRO Hub) भी एयरपोर्ट परिसर में ही विकसित किया जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने सेक्टर-30 और सेक्टर-31 की 845 हेक्टेयर जमीन भी एयरपोर्ट में समाहित कर दी है। यह बदलाव प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2041 में भी किया जा रहा है। इन दोनों सेक्टरों की जमीन पर एमआरओ हब का विकास किया जाना है। इसके साथ ही अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का क्षेत्रफल बढ़कर 5,845 हेक्टेयर हो गया है। इसके साथ ही यह दुनिया में पांचवें की बजाय चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.