Noida/Greater Noida : गौतमबुद्ध नगर के किसान नोएडा और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के खिलाफ आक्रोशित हैं। पिछले एक सप्ताह से दोनों प्राधिकरण पर लगातार किसान हल्ला बोल रहे हैं। बुधवार की सुबह नोएडा में किसानों ने पुलिस आयुक्त के कार्यालय का घेराव किया है। किसानों की भीड़ पुलिस आयुक्त कार्यालय में घुस गई। जमकर नोएडा अथॉरिटी के खिलाफ नारेबाजी की है। दूसरी ओर ग्रेटर नोएडा में किसानों ने विधायक मास्टर तेजपाल नागर के घर का घेराव किया। पैदल मार्च करते हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसानों का जत्था दादरी में विधायक के घर पहुंचा। हालांकि, विधायक किसानों से नहीं मिले। रितु माहेश्वरी के खिलाफ किसानों का हल्ला बोल
बुधवार को सैकड़ों की संख्या में किसान नोएडा सेक्टर-108 में स्थित पुलिस दफ्तर पहुंचे और रितु माहेश्वरी मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। कमिश्नर ऑफिस के अंदर किसानों ने 'रितु माहेश्वरी मुर्दाबाद' और 'नोएडा प्राधिकरण मुर्दाबाद' के नारे लगाए। किसानों ने नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी की नीतियों को किसान विरोधी बताते हुए हंगामा किया। किसानों का कहना है कि रितु माहेश्वरी ने उनके लोकतांत्रिक अधिकार का हनन किया है। उनकी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई तो किसानों और महिलाओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 के तहत एफआईआर दर्ज करवाई गई है। अब किसान बड़ा आंदोलन करेंगे।
'दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं नोएडा के किसान'
नोएडा के 186 किसानों के खिलाफ नोएडा अथॉरिटी ने आईपीसी की धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज करवाया है। भारतीय किसान परिषद के अध्यक्ष सुखबीर खलीफा का कहना है, "किसान मुकदमा हटवाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। किसानों ने पिछले दिनों रितु माहेश्वरी से मिलने का प्रयास किया था, लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई। कोई उनकी समस्या का समाधान करने के लिए ध्यान नहीं दे रहा है। किसानों को सब अनदेखा कर रहे हैं। जिसकी वजह से किसानों में भयंकर रोष व्याप्त हो गया है।"
"रितु माहेश्वरी की नीतियां किसानों के खिलाफ"
कमिश्नर ऑफिस के भीतर घेराव कर रहे किसानों ने कहा, "हमारी जमीन पर नोएडा डिवेलप हुआ है। हमारी जमीन की वजह से आज नोएडा की पहचान है। नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी की नीतियां किसानों के खिलाफ हैं। वह मानसिक तौर पर हमें प्रताड़ित कर रही हैं। जिसकी वजह से हमें यह प्रदर्शन करना पड़ रहा है।"
ग्रेटर नोएडा में विधायक का घर घेरा गया
दूसरी ओर ग्रेटर नोएडा में सैकड़ों की संख्या में किसान इकट्ठा होकर दादरी विधायक तेजपाल नागर के आवास पर पहुंचे। किसानों के प्रदर्शन को देख ग्रेटर नोएडा डीसीपी राम बदन सिंह पूरी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। किसानों ने तेजपाल नागर के घर के बाहर भाजपा सरकार के विरोध में नारेबाजी की। किसानों में विधायक और भाजपा के खिलाफ भारी रोष देखने को मिला है। मौके पर तेजपाल नागर के नहीं होने के कारण उनके बेटे दीपक नागर को किसानों ने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
विधायक तेजपाल नागर पर आरोप
ग्रेटर नोएडा के किसानों ने दादरी के विधायक पर प्राधिकरण के साथ मिलीभगत करके किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं करवाने का आरोप लगाया है। किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने तेजपाल नागर पर आरोप लगाया, "हमारे दादरी विधायक जब से एमएलए बने हैं, तब से प्राधिकरण किसान विरोधी निर्णय ले रहा है। किसानों को अपमानित कर रहा है। प्राधिकरण के अधिकारी किसानों का शोषण कर रहे हैं और इस सब की जिम्मेदारी भाजपा विधायक और भाजपा सरकार की है।"
क्षेत्र में कोई प्रतिनिधि नहीं : ब्रह्मपाल नागर
किसान सभा के उपाध्यक्ष ब्रह्मपाल नागर ने विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा, "हमें महसूस होता है कि जैसे क्षेत्र में कोई प्रतिनिधि नहीं बचा है। किसानों की सुनने वाला और उनकी आवाज उठाने वाला कोई प्रतिनिधि नहीं बचा है। प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी इतनी बिजी रहती हैं कि किसानों की समस्याओं को सुनने के लिए उनके पास वक्त नहीं है। जबकि किसानों की समस्याएं प्राधिकरण में वर्षों से लंबित हैं।"
जगबीर नंबरदार ने दी चेतावनी
प्रदर्शन में किसान सभा के सचिव जगबीर नंबरदार ने भाजपा सरकार और भाजपा विधायक को आगाह किया। नंबरदार ने चेतावनी दी कि किसानों की उपेक्षा किया जाना भाजपा और दादरी विधायक को भारी पड़ेगा। भाजपा विधायक का किसान विरोधी चेहरा उजागर हो गया है। जो जिम्मेदारी विधायक की होनी चाहिए, उस जिम्मेदारी का विधायक निर्वाह नहीं कर रहे हैं। अब आगामी 23 मार्च को किसान हजारों की संख्या में प्राधिकरण पर दोबारा धरना-प्रदर्शन करेंगे। अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे।