कश्मीरी युवक को पुलिस ने गांजा तस्कर बता कर भेजा जेल, जेल भेजने वाले चौकी इंचार्ज पर उठे सवाल

गौतमबुद्ध नगर : कश्मीरी युवक को पुलिस ने गांजा तस्कर बता कर भेजा जेल, जेल भेजने वाले चौकी इंचार्ज पर उठे सवाल

कश्मीरी युवक को पुलिस ने गांजा तस्कर बता कर भेजा जेल, जेल भेजने वाले चौकी इंचार्ज पर उठे सवाल

Tricity Today | आरोपी व्यक्ति

  • आरोपी के परिजनों ने गलत तरीके से फसाकर पुलिस पर जेल भेजने का लगाया आरोप
     
Gautam budh Nagar News: जम्मू कश्मीर के एक ड्राई फ्रूट व्यापारी को नोएडा पुलिस ने गांजा तस्करी करने के आरोप में जेल भेज दिया। व्यापारी की गिरफ्तारी पर अब सवाल उठने लगे हैं। युवक के परिजनों ने दावा किया है कि वह ड्राई फ्रूट का व्यापारी है और कारोबार के सिलसिले दिल्ली के कारोबारी से बकाया 80 लाख रुपये वसूलने के लिए आया था। इस दौरान दिल्ली के कारोबारी ने नोएडा की कोतवाली सेक्टर-20 के डीएलएफ चौकी प्रभारी के साथ मिलीभगत कर गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार करा कर उसे जेल भिजवा दिया। जेल में बंद युवक के परिजनों ने गौतमबुद्वनगर पुलिस कमिश्नर से चौकी प्रभारी डीएलएफ के खिलाफ शिकायत करते हुए पूरे मामले जी जांच कराने की मांग की है। वहीं इस मामले की जांच एसीपी अंकिता शर्मा द्वारा किए जाने की जानकारी पुलिस अधिकारियों ने दी है। 

यह है मामला
जम्मू कश्मीर के बड़गांव निवासी निसार अहमद के पिता गुलाम अहमद ने गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को दिये गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि निसार अहमद ड्राई फ्रूट का व्यापारी है और वहां से दिल्ली-एनसीआर में आकर ड्राई फ्रूट का व्यापार करता है। एक अक्टूबर की रात कोतवाली सेक्टर 20 के DLF चौकी इंचार्ज नवजीत सिंह ने निसार अहमद के खिलाफ केस दर्ज कर उसके पास से एक किलो 400 ग्राम गांजा बरामदी दिखाया था। 

गिरफ्तारी की जानकारी मिलने के बाद परिजनों ने नोएडा पहुंचकर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को पांच बिन्दुओं पर निष्पक्ष जांच कराने का प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमें कहा गया है कि निसार अहमद जिला बड़गांव जम्मू कश्मीर का निवासी है और उसका दिल्ली में कोई निवास स्थान नहीं है। व्यापार के संबंध में दिल्ली बुलवाकर सैयद तारिक बेग ने उसे रुकवाया था, जो पिछले 40 दिनों से वहां था। निसार का तारिक बेग के साथ व्यापार होने के कारण और 80 लाख रुपयों के बकाया होने के कारण उससे संबंधित लेनदेन के लिए नोएडा में बुलाया गया था। 1 अक्टूबर की रात 11:55 मिनट पर जिस स्थान से निसार की गिरफ्तारी की गई, उस समय घटनास्थल पर कभी पुलिस चेकिंग नहीं होती है। निसार का सैयद तारीक बेग के साथ ड्राई फूड के व्यापार को लेकर 80 लाख रुपये के लेन-देन का विवाद चल रहा है। तारिक ने रुपये लेने के लिए निसार को दिल्ली के बजाए नोएडा बुलाया था, जो संदेह पैदा करता है।



निष्पक्ष जांच होने पर मामले का हो सकेगा खुलासा
थाना सेक्टर-20 की डीएलएफ चौकी के  प्रभारी नवजीत सिंह ने निसार को गिरफ्तार किया है। उनके व उनके करीबी सिपाहियों की कॉल डिटेल निकाली जाए तो मामले की सच्चाई का पता चल सकता है। परिजनों का आरोप है कि डीएलएफ चौकी प्रभारी ने सैयद तारिक बेग या उसके किसी करीबी से मिल कर यह साजिश रची है और ड्राई फ्रूट कारोबारी को गांजा तस्कर बना दिया है। 
वहीं गुरुवार को एक ही विधानसभा क्षेत्र में तीन साल पूरे होने पर 159 दारोगाओं का तबादला दूसरे जोन में किया गया है जिनमें कई चौकी प्रभारी भी शामिल हैं। पीड़ित परिजन इस मामले को जम्मू कश्मीर सरकार व अल्पसंख्यक आयोग तक में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं।

नोएडा जोन के एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि पीड़ित परिवार की शिकायत पर चौकी इंचार्ज डीएलएफ नवजीत सिंह पर लगे आरोपों की जांच एसीपी- प्रथम अंकिता शर्मा को दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाई की जाएगी।

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