Greater Noida News : आपके अपने पसंदीदा न्यूज़ पोर्टल 'ट्राईसिटी टुडे' की खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है। जारचा थाने के सब इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह को एंटी करप्शन ऑर्गनाइजेशन की टीम ने रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। योगेंद्र सिंह के खिलाफ एंटी करप्शन से शिकायत करने वाले व्यक्ति को जारचा थाने में तैनात दो सब इंस्पेक्टर ने फोन करके धमकी दी। इस मामले पर शनिवार की दोपहर 'ट्राईसिटी टुडे' ने समाचार प्रकाशित किया। मामले में पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने संज्ञान लिया और धमकी देने वाले दोनों सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। रिश्वत लेने के आरोप में जेल गए सब इंस्पेक्टर को पहले ही पुलिस कमिश्नर ने सस्पेंड कर चुके हैं।
क्या है पूरा मामला
बीते 7 जून को गौतमबुद्ध नगर में तैनात सब इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था। इस मामले में मेरठ से आई एंटी करप्शन टीम ने काईवाई की थी। इसके बाद पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने आरोपी सब इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया। अब इस मामले में योगेंद्र सिंह के साथी एसआई आनंद और विनीत उस परिवार को धमकी दे रहे हैं, जिनसे योगेंद्र सिंह ने रिश्वत मांगी थी। आनंद ने पीड़ित व्यक्ति से कहा कि या तो वह उस गांव को छोड़ दें नहीं तो उसके साथ वह हाल होगा, जो वह सपने में भी नहीं सोच सकता।
सोशल मीडिया पर ऑडियो वायरल
सब इंस्पेक्टर आनन्द की इस कॉल की यह ऑडियो काफी तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यह ऑडियो पीड़ित रफाकत के छोटे भाई नन्हे और जारचा थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर आनंद के बीच बातचीत की है। ऑडियो में सुनाई दे रहा है कि थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर आनंद पीड़ित के छोटे भाई नन्हे को धमकी दे रहा है। सब इंस्पेक्टर बोल रहा है, "या तो गांव छोड़ दे नहीं तो वह हाल किया जाएगा, अपने बच्चों से भी मिलने को तरस जाएगा। पूरी उम्र परेशान रहेगा। तुझे पेल देंगे।"
एसआई ने गांव को बर्बाद करने की धमकी दी
सब इंस्पेक्टर आनंद पीड़ित नन्हे को धमकी दे रहा है, अब वह उसके गांव को बर्बाद कर देगा। उसके गांव में या तो 10 साल से कम उम्र का बच्चा बचेगा या फिर 50 वर्ष से ज्यादा उम्र का व्यक्ति बचेगा। सब इंस्पेक्टर धमकी दे रहा है कि उसने योगेंद्र के खिलाफ कार्रवाई करके अच्छा काम नहीं किया। नन्हे ने अब इस धमकी के बारे में थाने में शिकायत दी है। उसका कहना है कि अब वह अपना गांव छोड़ने को मजबूर है। अगर वह गांव में रहता है तो उसके साथ कोई अनहोनी हो सकती है। पीड़ित ने आशंका जाहिर की है कि पुलिस उसको झूठे केस में फंसाकर जेल भेज सकती है या फिर एनकाउंटर में मरवा सकती है। पीड़ित ने थाना प्रभारी को लिखित शिकायत दी और मदद की गुहार लगाई।
मारपीट के मामले में फैसला करवाने के लिए मांगी थी रिश्वत
बीते दिनों एक मारपीट का मामला सामने आया था। इस मामले की जांच सब इंस्पेक्टर योगेंद्र कर रहे थे। थाने में केवल एनसीआर दर्ज की गई थी। योगेंद्र ने मामले को रफा-दफा करने के लिए 35 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। इस मामले की शिकायत मेरठ एंटी करप्शन डिपार्टमेंट में की गई। जिसके बाद एंटी करप्शन टीम ने जारचा थाने में पहुंचकर सब इंस्पेक्टर योगेंद्र को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।
कमिश्नर के आदेश पर डीसीपी ने दो दरोगा सस्पेंड किए
अब इस वायरल ऑडियो के मामले में डीसीपी मीनाक्षी कात्यान ने सख्त कार्यवाही करते हुए दो दरोगाओं को निलंबित किया है। यह कार्रवाई पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह के आदेश पर की गई है। सब इंस्पेक्टर आनंद और विनीत ने शिकायतकर्ता को देर रात कॉल करके धमकी दी थी। सब इंस्पेक्टर आनंद और विनीत रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किए गए सब इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह के बैचमेट हैं। तीनों जारचा थाने में ही तैनात थे।