Greater Noida News : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अंसल बिल्डर, सर्वोत्तम बिल्डर और बुलंदशहर प्राधिकरण से प्रभावित किसानों ने जिला मुख्यालय (कलक्ट्रेट) का घेराव किया। किसान सर्वोत्तम बिल्डर के खिलाफ रामगढ़ में धरना दे रहे थे। वहां पर किसानों पर जानलेवा हमला हुआ। आरोप है कि पुलिस ने उन किसानों पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया, जिनके ऊपर हमला हुआ। पुलिस पर फर्जी मुकदमा दर्ज करने का आरोप है। पुलिस ने किसानों गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
किसान क्यों कर रहे प्रदर्शन
किसान नेता सुनील फौजी का कहना है कि ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर वर्ष 2013 में किसानों और बुलंदशहर प्राधिकरण के बीच एक समझौता हुआ था। उस समझौते के मुताबिक नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत ग्रेटर नोएडा के किसानों को फायदा देना था, लेकिन बुलंदशहर प्राधिकरण के साथ सर्वोत्तम बिल्डर और अंसल बिल्डर ने किसानों के साथ धोखा किया। किसानों को पूरा फायदा नहीं दिया गया। जिसकी वजह से किसान काफी समय से ग्रेटर नोएडा के रामगढ़ गांव में स्थित जमीन बैठे हुए हैं।
किसानों पर फर्जी मुकदमे दर्ज करवाने का आरोप
किसानों का कहना है कि जब तक उनको इंसाफ नहीं मिलेगा, तब तक उस जमीन पर बैठे रहेंगे। आरोप है कि इसी बीच बीते दिनों बिल्डर के लोगों ने किसानों के साथ मारपीट की। इस मामले में पुलिस ने बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई न करके उल्टा किसानों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज किया। सुनील फौजी का आरोप है कि किसानों पर फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उनको जेल भेजा गया है। पुलिस ने गलत तरीके से किसान वीर सिंह भाटी और राजू भाटी को गिरफ्तार किया व जेल भेजा।
बिल्डर और सरकार की मिलीभगत
किसान सभा के जिलाध्यक्ष डॉक्टर रूपेश वर्मा ने कहा कि यह बिल्डर और सरकार की मिलीभगत है। उनकी मांग है कि किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस हो, किसानों की तुरंत रिहाई हो। अन्यथा, सभी किसान सरकार को घेरने का काम करेंगे।लोकदल के पूर्व जिलाध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि किसानों के साथ हम कोई अन्याय नहीं होने देंगे। किसान सभा जिला संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि बिल्डर का लाइसेंस रद्द हो।
अब लड़ाई शुरू होगी
किसान सभा के नेता मोहित नागर ने कहा कि किसानों और बिल्डर के बीच 2013 में हुए समझौते को लागू किया जाए। किसान सभा के महासचिव जगबीर नंबरदार ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान सभा बिल्डर के विरुद्ध लड़ाई में पूरी तरह साथ है। इस दौरान जिला मुख्यालय पर किसान सभा के नेता सतीश यादव, निशांत, अजब सिंह, निरंकार प्रधान, सुधीर रावल, सुले यादव और काफी महिलाओं ने प्रदर्शन किया।