मेरठ की जेल में बंद रवि अत्री  ने कराया NEET पेपर लीक! पिता बोले- बात सच होती तो अच्छी जिंदगी जीते

ग्रेटर नोएडा से बिग ब्रेकिंग : मेरठ की जेल में बंद रवि अत्री ने कराया NEET पेपर लीक! पिता बोले- बात सच होती तो अच्छी जिंदगी जीते

मेरठ की जेल में बंद रवि अत्री  ने कराया NEET पेपर लीक! पिता बोले- बात सच होती तो अच्छी जिंदगी जीते

Tricity Today | रवि अत्री के पिता और भाई

Greater Noida News : देशभर में नीट पेपर लीक (NEET paper leak) मामले को लेकर कई जगह विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इस मामले ने पूरे देश को हिला रखा है। छात्रों और परिजनों में इसे लेकर भारी नाराजगी है। पेपर लीक मामले के तार ग्रेटर नोएडा के नीमका गांव से जुड़ रहे हैं। यहां के निवासी रवि अत्री का कनेक्शन इस मामले में बताया जा रहा है। हालांकि रवि कई महीनों से मेरठ की जेल में बंद है। आरोप लगाया जा रहा है कि उसने जेल के अंदर से ही पेपर लीक कराया। इस मामले की जांच जारी है। इसमें कई और राज और साजिशों का पर्दाफाश होगा। हालांकि रवि के के परिजनों ने बताया कि रवि पूरी तरह निर्दोष है और उसे फंसाया जा रहा है।  पिता ने कहा, बेटे को फंसाया जा रहा 
रवि अत्री के पिता गोरख सिंह ने बताया कि मेरे बेटे को फंसाया जा रहा है। जो उसके साथ के दोस्त थे वो रवि का नाम ले देते है। मेरे बेटे ने कोई पैसा नहीं कमाया है। मेरा बेटा लगभग दो-तीन महीने से मेरठ जेल में बंद है तो मेरा बच्चा कैसे पेपर लीक करवा सकता है। दो-तीन महीने पहले यूपी पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया था, यूपी पुलिस कांस्टेबल की भर्ती मामले को लेकर। लेकिन इस मामले में भी मेरे बेटे को फंसाया गया था। मेरा बेटा पेपर लीक करवाता तो क्या हम अच्छी जिंदगी नहीं जीते, हमारा घर ऐसा नहीं होता पुराने जमाने का। 

भाई ने बताई आपबीती 
रवि अत्री के छोटे भाई मुकेश ने बताया हम तीन भाई हैं। एक भाई आर्मी में है जो कि कई हजार किलोमीटर दूर रहता है, दूसरा भाई रवि है, जो जेल में बंद है। तीसरा सबसे छोटा भाई मैं हूं जो की दिन रात खेती-बाड़ी करता हूं। हमें इस मामले फंसाया जा रहा है। 

बिहार पुलिस जांच में जुटी 
उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल पेपर लीक मामले में रवि अत्री को गिरफ्तार किया गया था। रवि के पिता गोरख सिंह किसान हैं। अभी तक रवि ने एमबीबीएस के पेपर नहीं दिए हैं। तीन महीने पहले ही रवि अत्री को यूपी एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया था। फिलहाल, इस मामले में जांच बिहार पुलिस की आर्थिक इकाई के द्वारा की जा रही है। वहीं, बिहार पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
 

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