Noida News : अनिल दुजाना की मौत के बाद उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने कई रहस्योद्घाटन किए हैं। यूपी एसटीएफ ने उन तमाम लोगों के काले चिट्ठे खुलकर सामने रख दिए हैं, जो अनिल दुजाना गैंग की मदद कर रहे थे। इनमें दनकौर इलाके के दादूपुर गांव का रहने वाला रवि नागर उर्फ काना भी शामिल है। यूपी एसटीएफ की ओर से जारी की गई प्रेस रिलीज में बताया गया है कि रवि काना अवैध सरिया और स्क्रैप का कारोबार अनिल दुजाना गैंग के लिए कर रहा है। आपको बता दें कि रवि नागर के बड़े भाई हरेंद्र प्रधान की हत्या सरिए के अवैध कारोबार के चलते सुंदर भाटी गैंग ने की थी। हरेंद्र प्रधान हत्याकांड के लिए ही करीब 2 साल पहले सुंदर भाटी को आजीवन कारावास हुआ है।
रवि के भाई संभाला अनिल का सरिया कारोबार
यूपी एसटीएफ ने बताया है कि अपराध की दुनिया में अनिल दुजाना सरिया का अवैध कारोबार करने के लिए दाखिल हुआ था। यह बात साल 2000 के आसपास की है। उस वक्त अनिल दुजाना गौतमबुद्ध नगर के कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी के लिए काम करता था। तेजी से घटनाक्रम बदले और अनिल दुजाना व सुंदर भाटी गैंग के बीच अनबन हो गई। अनिल दुजाना ने अपराध की दुनिया में पांव पसारने शुरू कर दिए। वह बड़े-बड़े माफियाओं के संपर्क में आ गया। भाड़े पर हत्या करवाने लगा। बड़े-बड़े व्यापारियों से रंगदारी वसूल करने लगा। लूट, डकैती, अपहरण, फिरौती और हत्याओं की ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम देने लगा। अनिल दुजाना का जेल में आना-जाना शुरू हो गया। लिहाजा, उसने गौतमबुद्ध नगर में सरिया और स्क्रैप का कारोबार दादूपुर गांव के प्रधान हरेंद्र नागर को सौंप दिया।
हरेंद्र प्रधान की सुंदर भाटी ने हत्या करवाई
जिसके चलते हरेंद्र नागर, सुंदर भाटी की हिटलिस्ट में शामिल हुआ। सुंदर भाटी गैंग ने 8 फरवरी 2015 को हरेंद्र प्रधान की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। इसी दौरान सुंदर भाटी और अनिल दुजाना गैंग के बीच जमकर गैंगवार हुई। जिसमें साहिबाबाद में सुंदर भाटी और उसके गैंग पर अनिल दुजाना, रणदीप भाटी और अमित कसाना ने हमला किया। इस हमले में सुंदर भाटी तो बाल-बाल बच गया था लेकिन उसके चार साथियों की मौत हो गई थी। इसी सिलसिले में सुंदर भाटी गैंग ने अनिल दुजाना के सगे भाई जय भगवान नगर की हत्या कर दी थी।
अब रवि काने के पास यह अवैध धंधा
कुल मिलाकर यूपी एसटीएफ का कहना है कि सरिया और स्क्रैप के अवैध कारोबार की बदौलत अनिल दुजाना बड़ा गैंगस्टर माफिया बनकर उभरा। फिलहाल उसके लिए हरेंद्र प्रधान का छोटा भाई रवि काना सरिए का अवैध कारोबार और ग्रेटर नोएडा की कंपनियों से निकलने वाले स्क्रैप का कारोबार कर रहा है। आपको बता दें कि पिछले दिनों रवि काने के खिलाफ गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने दो मुकदमे दर्ज किए हैं। उस पर एक कारोबारी को धमकाने, जान से मारने की धमकी देने और कई दूसरे गंभीर आरोप लगे हैं। हालांकि, अभी तक गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने रवि नागर के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है। मिली जानकारी के मुताबिक वह अदालत से राहत पाने में कामयाब हो गया है।
रवि को सरकारी सुरक्षा, भाजपा में भाभी
सुंदर भाटी के खिलाफ अपने भाई के हत्याकांड में गवाह होने के कारण रवि काने को सरकारी सुरक्षा मिली हुई है। हरेंद्र प्रधान समाजवादी पार्टी का नेता हुआ करता था। वह जेवर विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहता था लेकिन उससे पहले ही सुंदर भाटी ने उसकी हत्या कर दी थी। बाद में हरेंद्र प्रधान की पत्नी बबन नागर ने चुनाव लड़ने की कोशिश की। वह कामयाब नहीं हो पाई थी। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले बेबन नागर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई थी।