इस कारण सिक्योरिटी गार्ड ने दर्ज करवाया झूठा मुकदमा, कहानी बनाने के लिए खुद को मारा पत्थर

ग्रेटर नोएडा में हुई डकैती निकली फर्जी : इस कारण सिक्योरिटी गार्ड ने दर्ज करवाया झूठा मुकदमा, कहानी बनाने के लिए खुद को मारा पत्थर

इस कारण सिक्योरिटी गार्ड ने दर्ज करवाया झूठा मुकदमा, कहानी बनाने के लिए खुद को मारा पत्थर

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो

Greater Noida News : एक व्यक्ति ने दनकौर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाते हुए बताया कि 6 नकाबपोश बदमाशों ने उनको बंधक बना लिया और 80 से ज्यादा टैबलेट समेत अन्य समान चोरी कर लिया। इस मामले में जब पुलिस ने जांच की तो पता चला है कि व्यक्ति झूठ बोल रहा है। जिस समय वारदात को अंजाम दिया गया था, वह उसे समय मौके पर मौजूद नहीं था। पुलिस इस मामले में हर एंगल से जांच कर रही है। कुल मिलाकर डकैती की घटना झूठी निकली और पता चला है कि यह चोरी है। पुलिस इस मामले में गंभीरता से जांच कर रही है। जिस व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज करवाया था, वह अब खुद सवालों के घेरे में है। 

सिक्योरिटी गार्ड ने यह कहकर करवाया मुकदमा दर्ज
दनकौर थाना क्षेत्र में स्थित चीती गांव के पास राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज है। इस कॉलेज में चीती गांव का निवासी विकल सिक्योरिटी गार्ड के रूप में काम करता है। विकल ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि वह गुरुवार की रात को वह कॉलेज में सो रहे थे। विकल ने कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाते हुए पुलिस को बताया कि रात करीब 1:00 बजे 6 बदमाश स्कूल में घुसे और उनको बंधक बना लिया। बंधक बनाकर सिक्योरिटी गार्ड को बरगद के पेड़ से बांध दिया। करीब डेढ़ घंटे तक कॉलेज को खंगाला और सभी कीमती सामान लेकर फरार हो गए।

शिकायत में बेटे का नाम भी लिखवाया
रिपोर्ट के मुताबिक जब शुक्रवार की सुबह विकल का बेटा कॉलेज पहुंचा तो उसने अपने पिता को बंधक बना हुआ देखा। विकल को उसके बेटे ने बंधक मुक्त किया और पुलिस को जानकारी दी। सूचना मिलने के बाद थाना प्रभारी समेत काफी अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। जांच के दौरान थाना प्रभारी को अहम जानकारी हाथ लगी है। 

शनिवार को हुई पूछताछ में हुआ यह खुलासा
दनकौर थाना प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि उन्होंने पीड़ित सिक्योरिटी गार्ड विकल से पूछताछ की। पूछताछ में पता चला है कि डकैती या लूट जैसी कोई घटना नहीं हुई है। थाना प्रभारी का कहना है कि सिक्योरिटी गार्ड ने पुलिस से झूठ बोला था। असल में घटना के समय कॉलेज में वह मौजूद नहीं था। सिक्योरिटी गार्ड विकल ने इस बात को कबूल किया है कि वह नौकरी जाने का डर से झूठ बोल रहा था और इसी डर से मुकदमा दर्ज करवाया। विकल को यह भी नहीं पता है कि कितने लोगों ने कॉलेज में चोरी की वारदात को अंजाम दिया। थाना प्रभारी का कहना है कि इस मामले में सिक्योरिटी गार्ड विकल के बेटे की भी भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। पुलिस इस मामले में हर स्तर से जांच कर रही है। यह भी जांच का विषय है की वारदात के समय विकल और उसका बेटा कहां था?

मुकदमा बनाने के लिए खुद को मार पत्थर
जब पुलिस ने पूछताछ की और पूछा कि यह चोट कैसे लगी तो सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि उन्होंने खुद अपने सिर पर पत्थर मारा था। उन्होंने खुद को पत्थर इसलिए मारा, जिससे पुलिस को ऐसा लगे कि उनके साथ सच में वारदात हुई है। यह जानकारी थाना प्रभारी ने दी है। थाना प्रभारी के मुताबिक जिस पेड़ से बंधक बनाने की बात कही गई है। उस पेड़ पर दीमक लगी हुई है।

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