अख़लाक़ हत्याकांड के लिए बदनाम बिसाहड़ा गांव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को भीड़ ने घेरा, पुलिस ने किसी तरह निकाला काफिला, VIDEO

दादरी : अख़लाक़ हत्याकांड के लिए बदनाम बिसाहड़ा गांव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को भीड़ ने घेरा, पुलिस ने किसी तरह निकाला काफिला, VIDEO

अख़लाक़ हत्याकांड के लिए बदनाम बिसाहड़ा गांव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को भीड़ ने घेरा, पुलिस ने किसी तरह निकाला काफिला, VIDEO

Tricity Today | उम्मीदवार को भीड़ ने घेरा

Greater Noida News : दादरी विधानसभा क्षेत्र के बिसाहड़ा गांव में बुधवार की दोपहर हालत तनावपूर्ण हो गए। गांव में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रत्याशी राजकुमार भाटी (Rajkumar Bhati Samajwadi Party) चुनाव प्रचार करने गए थे। गांव वालों की भीड़ ने राजकुमार भाटी की कारों का काफिला घेर लिया। जमकर विरोध किया और नारेबाजी की। पुलिस को इत्तला दी गई। पुलिस गांव में पहुंची और समाजवादी पार्टी के काफिले को गांव से बाहर निकाला। आपको बता दें कि बिसाहड़ा गांव अख़लाक़ हत्याकांड के लिए बदनाम है। 
  गांव में प्रचार करने गए थे राजकुमार भाटी
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी दादरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वह बुधवार की दोपहर बिसाहड़ा गांव में अपना प्रचार करने गए थे। जब समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की कारों का काफिला गांव के बीच पहुंचा तो भीड़ एकत्र हो गई। ग्रामीणों ने समाजवादी पार्टी और राजकुमार भाटी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों ने राजकुमार भाटी की कार पर कुछ फेंका। जिसमें कार क्षतिग्रस्त हुई है। हालात बिगड़ते देखकर पुलिस को सूचना दी गई। जारचा थाने से पुलिस बिसाहड़ा गांव में पहुंची। पुलिसकर्मियों ने राजकुमार भाटी और उनके समर्थकों का काफिला गांव से निकाला।

ग्रामीणों ने कहा- सपा सरकार ने किया अन्याय
ग्रामीणों ने नारेबाजी की और पूर्व की अखिलेश यादव सरकार पर आरोप लगाए। ग्रामीणों ने कहा, "जब अख़लाक़ हत्याकांड हुआ था तो उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की अखिलेश यादव सरकार थी। सपा सरकार ने एकतरफा कार्रवाई की। गांव के निर्दोष युवकों को जेल भेजा था। पुलिस ने निर्दोष ग्रामीणों को परेशान और आतंकित किया था। अब किस मुंह से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हमसे वोट मांगने आए हैं। हम गांव में समाजवादी पार्टी के किसी भी पदाधिकारी या कार्यकर्ता को घुसने नहीं देंगे। अगर कोई आया तो उसका विरोध किया जाएगा।" ग्रामीणों ने आगे कहा, "अख़लाक़ और उसके परिवार ने गौहत्या की थी। उनके पक्ष में राजकुमार भाटी टेलीविजन डिबेट में बयान देते थे। राजकुमार भाटी गाय के मांस को बकरे का मांस बताते रहे हैं।"

वोट मांगना मेरा हक है : राजकुमार भाटी
इस पूरे घटनाक्रम के बारे में राजकुमार भाटी का कहना है, "मुझे कुछ बुरा नहीं लगा। विरोध करना या स्वागत-समर्थन करना ग्रामीणों का अधिकार है। यह मेरा क्षेत्र है। सब मेरे बड़े और भाई हैं। उनके बीच जाकर वोट मांगना और बात रखना मेरा अधिकार है। मैं गांवों में जाकर वोट मांगता रहूंगा।" आपको बता दें कि बिसाहड़ा गांव दादरी एनटीपीसी के साठा-चौरासी इलाके में पड़ता है। यह पूरा इलाका राजपूत बाहुल्य है और भारतीय जनता पार्टी का मजबूत इलाका है। यहां से भाजपा उम्मीदवार तेजपाल नागर को सर्वाधिक वोट मिलते हैं।यह भी राजकुमार भाटी के विरोध की वजह बताई जा रही है।

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