Greater Noida News : ट्राईसिटी टुडे ने जिस मुहिम को शुरू किया है। उसको जिला प्रशासन आगे बढ़ा रहा है। चिटेहरा भूमि घोटाले के बाद अब गौतमबुद्ध नगर के 15 अन्य गांवों में भूमि आवंटन की जांच शुरू हो गई है। वहीं, चिटेहरा में ही एक मामले की जांच अभी जारी है। इसकी जांच रिपोर्ट भी इसी माह आएगी। इस मामले की जांच कर रही एडीएम वित्त व राजस्व वंदिता श्रीवास्तव का कहना है कि चिटेहरा में भूमि की जांच की जा रही है। जांच के दौरान कुछ जरूरी अन्य तथ्य मिले है। इसके बाद जांच का सिलसिला बढ़ता जा रहा है।
चिटेहरा में एक और घोटाले की बात सामने आई
वंदिता श्रीवास्तव ने बताया कि वह एक प्रकरण की जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप चुकी हैं। चिटेहरा के ही दूसरे मामला भी करीब 25 हेक्टेयर भूमि से जुड़ा है और इस घोटाले में भी यशपाल तोमर और अन्य लोग शामिल हैं। इनके खिलाफ अहम साक्ष्य मिले हैं और इन साक्ष्यों के साथ इसी माह में जांच पूरी कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को दी जाएगी। इसके अलावा अन्य गांवों में भी भूमि आवंटन में हुई धांधली की जांच चल रही है।
खसरा-खतौनी में गड़बड़ियां मिली
एडीएम वंदिता श्रीवास्तव ने बताया कि जमीन आवंटन के मामले को लेकर एसडीएम द्वारा मुकदमा भी दर्ज किया है। इसके संबंध में एसडीएम दादरी का कहना है कि यह मुकदमा उनकी कोर्ट में दर्ज होगा। जिसकी प्रक्रिया चल रही है। जिसमें सरकारी रिकार्ड में किए गये फेरबदल को और खसरा-खतौनी में जो गड़बड़ियां की गई थीं उन्हें दुरुस्त किया जाएगा।
1997 से लेकर 2015 तक तैनात अफरों की जांच होगी
चिटेहरा भूमि घोटाले में पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। इस घोटाले में पुलिस अधिकारियों की संलिप्तता मिली है। एडीएम ने बताया कि पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच के लिए पुलिस के उच्चाधिकारियों से संस्तुति की गई है। इसके अलावा 1997 से लेकर 2015 तक के विभिन्न कालखंडों में तैनात रहे अधिकारियों के खिलाफ जांच की संस्तुति रिपोर्ट में की गई है।