Greater Noida : ग्रेटर नोएडा में चीनी स्लीपर सेल के अड्डे के बारे में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं। चीनी जासूस सु फाइ के करीबी रविकुमार नटवरलाल के अलावा पुष्पेंद्र और अशोक भी है। पुष्पेंद्र और अशोक ग्रेटर नोएडा के इस चीनी गेस्ट हाउस में लड़कियों की सप्लाई किया करते थे। पुष्पेंद्र गाजियाबाद से लड़कियों की सप्लाई करता था और अशोक गुरुग्राम से लड़कियों की सप्लाई करता था। इस बात का खुलासा 3 दिन के रिमांड के दौरान चीनी जासूस ने किया है। अभी तक रविकुमार नटवरलाल, पुष्पेंद्र और अशोक तीनों पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इसके लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। अभी तक इस मामले में यह तीनों मुख्य किरदार सामने आए हैं। इस मामले में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहता है पुष्पेंद्र
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पुष्पेंद्र ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गौर सिटी की सोसाइटी में रहता है। वह काफी समय से ग्रेटर नोएडा के चीनी गेस्ट हाउस में गाजियाबाद और नार्थ ईस्ट की लड़कियां सप्लाई कर रहा था। सूत्रों का दावा है कि चीनी जासूस सु फाइ के पकड़े जाने के बाद पुष्पेंद्र ने कुछ चीनी नागरिकों के साथ उससे मिलने का प्रयास किया था, लेकिन वह मिल नहीं पाया था। जिसके बाद पुष्पेंद्र ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया और अपने ठिकाने से फरार हो गया। जांच के दौरान पता चला है कि पुष्पेंद्र गौर सिटी की जिस सोसाइटी में रहता था। वहां पर भी चीनी नागरिकों और लड़कियों का आना जना लगा रहता था।
अशोक गुरुग्राम से करता था सेक्स वर्कर्स की सप्लाई
वहीं, सु फाइ के कहने पर अशोक गुरुग्राम और अन्य इलाकों से लड़कियों की सप्लाई ग्रेटर नोएडा के गेस्ट हाउस में करता था। सूत्रों का दावा है कि रोजाना कई लड़कियों को अशोक ग्रेटर नोएडा के चीनी गेस्ट हाउस में भेजता था और देह व्यापार करवाता था। इसके एवज में अशोक को सु फाइ ने अभी तक भारी रकम दे चुका है। सूत्रों का दावा है कि चीनी जासूस की प्रेमिका के अकाउंट से अशोक के बैंक अकाउंट में लाखों रूपए की ट्रांजैक्शन मिली है। जिसके बाद ही इस पूरे मामले में अशोक और पुष्पेंद्र के बारे में पता चला है। चीनी जासूस के गिरफ्तार होने के बाद से ही अशोक का मोबाइल स्विच ऑफ जा रहा है। ग्रेटर नोएडा पुलिस और खुफिया एजेंसी अब इस मामले में अशोक गिरफ्तारी के लिए गुरुग्राम पुलिस से मदद ले रही है। इसके अलावा अशोक की कुंडली भी गुरुग्राम पुलिस की मदद से निकाली जा रही है।
4 सालों से फर्जी दस्तावेजों पर रह रहा था जासूस
ग्रेटर नोएडा के घरबरा में एक गेस्ट हाउस चल रहा था। जिसमें चीनी जासूस सु फाइ चीनी नागरिकों को रखता था। इसमें इंटेलिजेंस यूनिट की बड़ी लापरवाही सामने आई थी। यहां पर भारी मात्रा में विदेशी युवक और युवती रहते थे और इस बात का इंटेलिजेंस यूनिट को पता भी नहीं था। इससे भी बड़ी बात यह है कि चीनी जासूस पिछले 4 सालों से ग्रेटर नोएडा में अवैध दस्तावेज के आधार पर रह रहा था और इस बात की इंटेलिजेंस यूनिट को भनक तक नहीं थी।
ईकोटेक-1 और बीटा-2 थाने में तैनात पुलिसकर्मियों की जांच शुरू
इस मामले में ईकोटेक-1 और बीटा-2 कोतवाली में तैनात बीट सिपाही, हलका इंचार्ज और थानेदार की भूमिका की जांच की जा रही है। इन सभी की भूमिका इस मामले में संदिग्ध लग रही है। यह एक बड़ा सवाल है कि थाने की पुलिस पेट्रोलिंग करती है, कौन से गेस्ट हाउस में क्या हो रहा है और किसके नाम पर है। इस सभी बात की जानकारी थाने स्तर की पुलिस को होती है। उनके बावजूद भी थाने की पुलिस को इस गेस्ट हाउस के बारे में क्यों नहीं पता था। बल्कि थाने की पुलिस को अपने इलाके की हर गतिविधियों के बारे में मालूम होना चाहिए और ऐसा होता भी है, लेकिन ग्रेटर नोएडा में इतना बड़ा खेल हो रहा था और पुलिस को इस बारे में पता नहीं।