Greater Noida News : गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) में एक और यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। जिसमें पीएचडी की एक छात्रा ने विश्वविद्यालय के डीन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दो महीने तक विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई न होने के बाद अब पीड़िता के परिवार ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी आवाज उठाई है। पीड़िता की बहन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर इस घटना का खुलासा किया और प्रशासन पर मामले को दबाने और पीड़िता को धमकाने का आरोप लगाया है।
पीड़ित ने उठाई आवाज
पीड़ित का दावा है कि विश्वविद्यालय के डीन ने ही इस घटना को अंजाम दिया। पीड़िता को धमकी दी गई है कि अगर उसने इस मामले को आगे बढ़ाया तो उसकी पीएचडी खतरे में डाल दी जाएगी। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार ने न्याय की मांग करते हुए सोशल मीडिया का सहारा लिया है। जिससे विश्वविद्यालय प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव बढ़ता जा रहा है।
पीड़िता की बहन ने सोशल मीडिया पर उठाई आवाज
पीड़िता की बहन ने बताया कि डीन ने पीएचडी छात्रा को अपने ऑफिस में बुलाया और उसे अश्लील टिप्पणी की। डीन ने कहा, "छह इंच का तो घुस जाता होगा इस जींस के अंदर," बाद में सफाई देते हुए कहा कि वह मोबाइल फोन की बात कर रहा था। पीड़िता की बहन ने आगे आरोप लगाया कि डीन ने छात्रा पर 20 मिनट तक अश्लील शब्दों का इस्तेमाल किया और शारीरिक रूप से करीब आने का दबाव बनाया।
शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं
पीड़िता के परिवार का आरोप है कि उन्होंने इस मामले की शिकायत विश्वविद्यालय प्रशासन से की, जिसके बाद आईएसीसी (आंतरिक शिकायत समिति) बनाई गई, लेकिन इसके बावजूद मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। परिवार का कहना है कि विश्वविद्यालय के कुछ रसूखदार लोग डीन को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। जिसकी वजह से आरोपी के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया।