8 दिनों तक हार्टअटैक और सुसाइड का डर बना रहा, पीड़ित ने सुनाई दर्दभरी आपबीती

शारदा अस्पताल ने स्वस्थ्य पत्रकार को HIV पॉजिटिव बताया : 8 दिनों तक हार्टअटैक और सुसाइड का डर बना रहा, पीड़ित ने सुनाई दर्दभरी आपबीती

8 दिनों तक हार्टअटैक और सुसाइड का डर बना रहा, पीड़ित ने सुनाई दर्दभरी आपबीती

Google Image | शारदा अस्पताल

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के एक प्राइवेट अस्पताल की लापरवाही से एक पत्रकार हार्टअटैक और सुसाइड से किसी तरीके से बाहर निकला है। पत्रकार को शारदा अस्पताल के डॉक्टरों ने HIV पॉजिटिव घोषित कर दिया, लेकिन अब अलग-अलग कई स्थानों पर जांच करवाई तो पत्रकार में HIV नेगेटिव पाया गया। मुस्तकीम खान ने बताया, "मेरा एक रिलेटिव शारदा अस्पताल में भर्ती था। जिसे 27/28 अप्रैल की रात A+ खून की जरूरत हुई। मेरे पास कॉल पहुंची और मैं रात को ही खून देने पहुंच गया। खून देकर वापस आ गया। ब्लड बैंककर्मी द्वारा मेरे रिश्तेदार को 1 मई को जानकारी दी गई कि ब्लड में कुछ दिक्कत है। उन्होंने मुझसे कहा कि ब्लड में बहुत ज्यादा इंफेक्शन बताया है। मेरे द्वारा डॉक्टर लाल पैथ लैब पर इंफेक्शन की जांच कराई गई जो कि ठीक थी। उसके बाद 3 मई को दोबारा मेरे रिलेटिव से कहा गया कि जिन्होंने खून दिया था, उन्हें बुला दो।"

"डॉक्टरों ने तरह-तरह के सवाल पूछे"
मुस्तकीम खान ने आगे बताया, "मैं 4 मई को शारदा अस्पताल पहुंचा, जहां ब्लड बैंक में तैनात एक डॉक्टर ने मुझे कुर्सी पर बैठाया और तरह-तरह के सवाल करने शुरू कर दिए। बाद में बताया गया कि आपके खून की स्क्रीनिंग में HIV की शिकायत मिली है। एक बार और ब्लड सैंपल दे दो, जिससे स्थिति साफ हो सके। डॉक्टर द्वारा HIV पॉजिटिव बताने के बाद में घबरा गया और जैसे तैसे खुद को संभाला। सैंपल देकर वहां से घर को लौट आया और परिवार वालों को HIV के बारे में जानकारी दी गई, जिससे सभी घबरा गए और परिवार में मातम सा पसर गया।"

"हार्टअटैक और आत्महत्या का डर बना रहा"
उन्होंने आगे बताया, "4 मई को दिए गए सैंपल के बाद 6 मई को बुलाया गया और बताया कि आप HIV पॉजिटिव हो, इसके बाद पर्चा बनाकर JIMS के लिए रेफर कर दिया गया। जब इसकी पुष्टि हो गई तो मैं अंदर से पूरी तरह से टूट गया और जैसे-तैसे अपने घर वापस आया। इन दिनों तक मैं और मेरा परिवार भारी मानसिक तनाव से गुजरे। मेरी स्थिति यह हो गई कि कहीं हार्टअटैक ना आ जाए और कई बार आत्महत्या करने तक मन बना लिया, लेकिन परिवार के लोग लगातार साहस बांधते रहे।"

मुस्तकीम खान ने सुनाई आपबीती
मुस्तकीम खान ने बताया, "फिर 6 मई को ही मैंने डॉक्टर लाल पैथ लैब पर HIV की जांच कराने के लिए सैंपल दिया, जिसकी रिपोर्ट 7 मई को आई। जिसमें HIV Nagative बताया गया। जिसके बाद थोड़ी राहत की सांस ली। बाद में 9 मई को JIMS पहुंचा और ब्लड की जांच कराई। जहां किट से जांच हुई तो HIV Nagative रिजल्ट आया। फिर उन्होंने HIV की एक अन्य जांच करने के लिए दूसरा सेम्पल लिए थे। जिसकी रिपोर्ट 15 मई को प्राप्त हुई। जिसमें भी HIV नेगेटिव की पुष्टि हुई है।" मुस्तकीम खान का आरोप है, "शारदा अस्पताल द्वारा दी गई गलत रिपोर्ट के कारण मुझे असहनीय पीड़ा हुई है। जिसे शब्दों में व्यक्त नहीं कर पा रहा हूं, ऐसा लग रहा था कि जैसे हर पल अंदर में मर रहा हूं। इससे मेरी जान भी जा सकती थी और मेरी माताजी हार्ट की मरीज हैं, उनकी भी जान पर बन आई थी।

शारदा हॉस्पिटल ने दिल्ली भेजे सैंपल
इस मामले में शारदा हॉस्पिटल के मीडिया प्रभारी अजीत सिंह ने ट्राईसिटी टुडे की टीम को बताया, "अस्पताल के डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट को सही बताया है। अस्पताल के द्वारा अब इस मामले में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है, जो पूरे मामले की जांच कर रही है। इसके अलावा केंद्र सरकार की दिल्ली में स्थित सबसे बड़ी लैब में सैंपल भेजे गए हैं। जिसके आधार पर आगे की जांच की जाएगी। अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक रिपोर्ट एचआईवी पॉजिटिव है।"

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