अनुज ने 35 हजार में खरीदी थी पिस्टल, पेटीएम से 25 हजार भेजे और 10 हजार कैश दिया, तीन गिरफ्तार

शिव नादर यूनिवर्सिटी मर्डर एंड सुसाइड केस : अनुज ने 35 हजार में खरीदी थी पिस्टल, पेटीएम से 25 हजार भेजे और 10 हजार कैश दिया, तीन गिरफ्तार

अनुज ने 35 हजार में खरीदी थी पिस्टल, पेटीएम से 25 हजार भेजे और 10 हजार कैश दिया, तीन गिरफ्तार

Tricity Today | शिव नादर यूनिवर्सिटी मर्डर एंड सुसाइड केस

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा की शिव नादर यूनिवर्सिटी (Shiv Nadar University) में हुए सुसाइड और मर्डर केस से जुड़ी बड़ी खबर है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने 3 युवकों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से अवैध तमंचा बरामद किया गया है। इन्हीं युवकों ने अनुज को पिस्टल बेची थी। इसी पिस्टल से अनुज ने पहले स्नेहा चौरसिया की हत्या की और फिर खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। तफ्तीश में पुलिस को पता चला है कि अनुज ने पिस्टल 35,000 रुपये में खरीदी थी। जिसके लिए 25,000 रुपये पेटीएम से ट्रांसफर किए थे और 10,000 रुपये कैश दिया था।

कैसे पकड़ में आए तीनों
गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट ने बताया कि 27 मई 2023 को थाना दादरी पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 256/2023 दर्ज किया था। यह मुकदमा आर्म्स एक्ट की धाराओं 3, 25 और 27 के तहत दर्ज किया गया। इस मामले की जांच शुरू हुई तो तीन आरोपियों के नाम सामने आए। नवीन कुमार भाटी पुत्र राजकुमार, दिव्यांश अवस्थी पुत्र विजय अवस्थी और शेखर कौशल पुत्र राजकुमार कौशल को पहचाना गया। इन तीनों को पुलिस ने शनिवार को बील अकबरपुर गांव के पास पैरिफेरल एक्सप्रेसवे पर चढ़ने वाले कट से गिरफ्तार किया है। नवीन कुमार भाटी के पास से एक अवैध तमंचा बरामद किया गया है। पुलिस  ने बताया कि यह तीनों अभियुक्त शिव नाडर विश्विद्यालय में लड़की स्नेहा चौरसिया की गोली मारकर हत्या और छात्र अनुज कुमार की आत्महत्या करने के मामले में वांछित थे। अनुज कुमार ने हत्या और आत्महत्या करने के लिए जिस पिस्टल का उपयोग किया था, वह अभियुक्त नवीन कुमार भाटी से खरीदी गयी थी।

अनुज ने नवीन से अप्रैल में मांगी थी पिस्टल
पुलिस के मुताबिक नवीन कुमार भाटी ने बताया, "मरने वाला लड़का अनुज कुमार मेरा जानने वाला था। उसने अप्रैल के महीने में पिस्टल की मांग की थी और मैंने उसे पिस्टल देने का वादा किया था। मैंने उसे कहा था कि जल्दी ही तुम्हारे लिए पिस्टल का इंतजाम कर दूंगा। इसके बाद मैंने अपने मालिक दिव्यांश अवस्थी से संपर्क किया। वह मेरे साथ पकड़े गए हैं। मैं उनके यहां गाड़ी चलाने का काम करता हूं। उनसे इस बात का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मेरे फ्लैट पर मेरे दोस्त शेखर कौशल की पिस्टल रखी हुई है। मैं उससे बात करके तुम्हें पिस्टल दिलवा दूंगा। यही बात मैंने अपने मरने वाले मेरे दोस्त अनुज को बता दी।"

पेटीएम और कैश से चुकाई पिस्टल की कीमत
नवीन कुमार भाटी ने आगे पुलिस को बताया, "कुछ समय बाद दिव्यांश अवस्थी ने मुझे कहा कि तुझे जो पिस्टल चाहिये था, उसके बारे में मैंने अपने दोस्त शेखर कौशल से बात कर ली है। वह पिस्टल देने के लिए तैयार है। जब भी तुझे पिस्टल चाहिए बता देना। पिस्टल तुझे 35,000 रुपये में मिलेगा। मेरे दोस्त अनुज कुमार ने 35,000 रुपये में पिस्टल लेने के लिए हामी भर दी। उसने मुझे 25,000 (13,000 और 12,000) रुपये पेटीएम किए। बाकी 10,000 रुपये कैश दिये थे। इसके बाद मैंने अपने मालिक दिव्यांश अवस्थी को बताया कि रुपये आ गये हैं। आप पिस्टल दे दो। दिव्यांश अवस्थी ने बताया कि तुम मेरे फ्लैट सुपरटेक सिजार चले जाओ। वहां मेरा दोस्त शेखर कौशल है। मैं उसे फोन कर देता हूं। वह तुम्हें पिस्टल दे देगा और साथ में 5 कारतूस देगा। मैं अपने मालिक के फ्लैट पर पहुंच गया। जहां पर मुझे शेखर कौशल मिला, जिसको मैंने पिस्टल देने के लिए कहा तो उसने अलमारी खोलकर पिस्टल निकाली। उसने मझे पांच कारतूस भी दिए। जिनको मैंने लेकर अपने दोस्त अनुज कुमार को दिया था।

तीनों नवयुवक हैं, कोई आपराधिक इतिहास नहीं
दिव्यांश अवस्थी ने पुलिस को बताया, "हमने न्यूज पर देखा कि शिव नाडर विश्विद्यालय में पढने वाले छात्र ने पहले एक लड़की को गोली मारी और फिर खुद को गोली मार ली। वह लड़का मेरा दोस्त था और वह पिस्टल उसने हमसे ही ली थी। हमें मृतक ने यह बताया था कि मैं शौकियाना पिस्टल रखना चाहता हूं ताकि कॉलेज के लड़कों को दिखा सकूं। जो 35,000 रुपये मिले थे, वे हमने आपसे में बांट लिये।" पुलिस ने बताया कि नवीन भाटी को 5,000 रुपये और 15000-15000 रुपये दिव्यांश अवस्थी व शेखर कौशल के हिस्से में आये थे। जो इन तीनों लोगों ने खर्च कर दिए हैं। नवीन के पास से बरामदा अवैध तमंचे पर दादरी कोतवाली में आयुध अधिनियम के तहत एक और मुकदमा पंजीकृत किया गया है। नवीन कुमार भाटी बुलंदशहर जिले में ककोड़ थाना क्षेत्र के भौरा गांव का निवासी है। उसकी उम्र 25 वर्ष है। दिव्यांश अवस्थी ग्रेटर नोएडा की सुपरटेक सिजार सोसायटी का रहने वाला है। वह मूल रूप से शाहजहांपुर में सदर बाजार का रहने वाला है और उसकी उम्र 26 वर्ष है। शेखर कौशल लखनऊ में वास्तु खण्ड गोमती नगर का निवासी है। उसकी उम्र केवल 23 वर्ष है। तीनों को पुलिस ने अदालत के सामने पेश किया। अदालत ने तीनों को जेल भेज दिया है। तीनों ही पहली बार जेल गए हैं। इनका इससे पहले कोई आपराधिक इतिहास नहीं है।

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