Greater Noida News : उत्तर प्रदेश में विकास की नई गाथा लिखते हुए यमुना प्राधिकरण ने मथुरा के राया क्षेत्र में एक भव्य हेरिटेज सिटी की स्थापना की योजना तैयार की है। इस परियोजना के तहत मथुरा और वृंदावन जैसे धार्मिक के साथ सांस्कृतिक महत्व के क्षेत्रों को विश्वस्तरीय पहचान दिलाने के साथ ही पर्यटन और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
मथुरा-वृंदावन की विरासत को मिलेगी नई पहचान
राया हेरिटेज सिटी के माध्यम से ब्रज और मथुरा क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का प्रदर्शन किया जाएगा। परियोजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी मिल चुकी है। वर्ष 2025 के मध्य तक निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है। अगस्त 2025 में इसकी नींव रखे जाने की योजना है।
735 एकड़ में फैला होगा हेरिटेज सिटी प्रोजेक्ट
हेरिटेज सिटी को 735 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। परियोजना के पहले चरण में वृंदावन के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 101 किमी लंबा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। इसके साथ ही वायु प्रदूषण से निपटने के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू करने की योजना है। बस डिपो 14 एकड़ क्षेत्र में और बेगमपुर गांव के पास 12 हेक्टेयर में पार्किंग सुविधा विकसित की जाएगी।
परियोजना के मुख्य आकर्षण
थीम आधारित हेरिटेज सेंटर : 350 एकड़
योगा, वेलनेस और नेचुरोपैथी सेंटर : 103 एकड़
ग्रीन पार्क : 97 एकड़
टूरिस्ट ट्रेवल फैसिलिटी : 46 एकड़
कन्वेंशन सेंटर: 42 एकड़
आयुर्वेद केंद्र : 35 एकड़
स्टार होटल : 26 एकड़
बजट होटल : 19.6 एकड़
ओल्ड एज होम्स : 10 एकड़
सर्विस अपार्टमेंट : 6 एकड़
टूरिस्ट फैसिलिटी : 8.4 एकड़
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, 10 वर्षों में तीन चरणों में पूरा होगा निर्माण
इस परियोजना से मथुरा-वृंदावन में पर्यटन को एक नई दिशा मिलेगी। यहां ग्रीन जोन और रिवर फ्रंट जैसी सुविधाएं पर्यटकों को आकर्षित करेंगी। इसके साथ ही स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसरों का सृजन होगा और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। हेरिटेज सिटी परियोजना को तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले और दूसरे चरण में तीन-तीन साल लगेंगे। जबकि तीसरे चरण में चार साल का समय निर्धारित किया गया है। परियोजना में 12 गांवों को शामिल किया गया है और इसके लिए 6,000 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है।