Greater Noida News : केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (आईएपी) 90 चुनिंदा जिलों में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ मिलकर पांच साल के बच्चों की मृत्यु दर को कम करने के दिशा में एक साथ काम करेगा। आईएपी के सहयोग से 5 हजार बाल रोग विशेषज्ञ के नए डॉक्टरों को बेहतर प्रशिक्षण देंगे। इससे नवजात के मौत के आंकड़ों को कम करने में मदद मिलेगी। स्मृति ईरानी रविवार की देर शाम को ग्रेटर नोएडा में स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में 59वें पीडियाकॉन सम्मेलन में शामिल हुई। जिसमें उन्होंने यह बात कही।
14 लाख आंगनबाड़ी में 9 करोड़ बच्चों का पोषण
उन्होंने कहा कि मंत्रालय आईएपी के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर करेगा। इससे नवजात बच्चों की जान बचाने की दिशा में बेहतर काम हो सकेगा। उन्होंने कहा कि आईएएपी एक भगवान की तरह काम करता है। किसी बच्चे की जान बचाने के लिए माता-पिता सबकुछ दाव पर लगा देते हैं। इस पल को एक डॉक्टर से ज्यादा कोई नहीं समझ सकता है। उन्होंने कहा कि देश भर में पोषण अभियान चला रहे हैं। करीब 14 लाख आंगनबाड़ी केंद्रों में 9 करोड़ बच्चों को पोषण दे रहे हैं। फरवरी तक एक करोड़ बच्चों को पोषाहार पहुंचाने का प्रयास किया।
पहली बार नोएडा में हुआ कार्यक्रम
कार्यक्रम में सांसद डॉक्टर महेश शर्मा भी शामिल हुए। जिले में 59वें इंडियन अकादमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के वार्षिक सम्मेलन के आयोजक अध्यक्ष डॉ.अरविंद गर्ग और विनीत सक्सेना ने बताया कि हर साल यह आयोजन अलग-अलग स्थानों पर होता है। करीब 40 साल पहले इसका आयोजन आगरा जिले में हुआ था। साल 2022 में इस आयोजन की मेजबानी करने का मौका नोएडा को मिला है। इसके लिए उत्तर प्रदेश पीडियाट्रिक्स एसोसिएशन ने गौतमबुद्ध नगर को चुना है। इस कांफ्रेंस में करीब 5,000 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल हुए।