Noida Airport : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड दोनों कंपनी मिलकर दूसरे चरण में बनने वाले एयरपोर्ट में जल्दी ही तीन प्लाॅट की स्कीम लांच करेंगी। इस स्कीम में 200 एकड़ जमीन पर एमआरओ, 100 एकड़ जमीन पर ट्रेनिंग सेंटर और 200 एकड़ जमीन पर मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों को जमीन अलाॅट की जाएगी। करीब 5 हजार हेक्टेयर जमीन पर एयरक्राफ्ट के कलपुर्जे बनाने वाली कंपनी को अलॉट किया जाएगा। इसके लिए पीडब्ल्यूसी कंपनी स्टेडी करके एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट नियाल को सौपेंगी।
27 प्रतिशत काम पूरा
जेवर के पास पहले चरण में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट 1,334 हेक्टेयर जमीन पर बनाया जा रहा है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का करीब 27 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इसके 24 घंटे काम तेजी के साथ चल रहा है। इसके साथ ही अब दूसरे चरण में बनने वाले इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तैयारी शुरू हो गई है। देश के इस सबसे बड़े एयरपोर्ट पर 6 रनवे बनाए जाएंगे।
कितनी जमीन पर क्या होगा
इन विमानों के रखरखाव के लिए भी स्पेशल प्लान तैयार किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के भीतर ही एयरपोर्ट के रखरखाव के लिए निर्माण कार्य किया जाएगा। करीब 200 एकड़ जमीन पर एमआरओ हब बनाया जाएगा। एमआरओ हब के अंदर काम करने वाले कर्मचारियों को 100 एकड़ जमीन पर ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके अलावा 200 एकड़ जमीन पर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगेगी।