चीनी स्लीपर सेल तैयार करने वाला जासूस 2019 से भारतीय एजेंसियों को कर रहा था गुमराह, इंटेलिजेंस पर सवाल

ग्रेटर नोएडा से बड़ी खबर : चीनी स्लीपर सेल तैयार करने वाला जासूस 2019 से भारतीय एजेंसियों को कर रहा था गुमराह, इंटेलिजेंस पर सवाल

चीनी स्लीपर सेल तैयार करने वाला जासूस 2019 से भारतीय एजेंसियों को कर रहा था गुमराह, इंटेलिजेंस पर सवाल

Tricity Today | चीनी स्लीपर सेल

Greater Noida : इस बात की पुष्टि हो गई है कि इंडो-नेपाल बॉर्डर पर पकड़े गए दो चीनी नागरिकों को पनाह देने वाला चीनी नागरिक सु फाइ जासूस है। इसके पुख्ता सबूत ग्रेटर नोएडा पुलिस को मिले हैं। इतना ही नहीं वित्तीय जालसाजी में चीनी नागरिकों के शामिल होने की पुष्टि हुई है। स्पेशल पुलिस टीम को ग्रेटर नोएडा में पनाह देने वाले चीनी नागरिक और जासूस के कब्जे से भारतीय पासपोर्ट मिला है। पासपोर्ट में जासूस का नाम लाकपा लाक्पा शेर्पा हुआ है। दाजिर्लिंग के पते पर भारतीय पासपोर्ट बनवाकर देश की सुरक्षा में सेंध लगाई गई है। इसमें गौतमबुद्ध नगर की लोकल इंटेलिजेंस यूनिट यानी कि एलआईयू की टीम की नाकामी सामने आई है। करीब 3 सालों तक चीनी नागरिक ग्रेटर नोएडा में भारतीय पासपोर्ट लेकर रहे हैं। उसके बावजूद भी ग्रेटर नोएडा पुलिस और एलआईयू टीम को भनक नहीं लग पाई, जो अपने आप में एक बड़ी लापरवाही है।

6 महीनों पहले एफआरओ को दी गई थी जानकारी
जांच के दौरान यह भी पता चला है कि एफआरओ को करीब 6 महीने पहले इस बात की जानकारी दी गई थी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की थी। मंगलवार की देर रात को दिल्ली की आरबी टीम ने ग्रेटर नोएडा में पहुंचकर चीनी नागरिक से पूछताछ की है। इसके अलावा मंगलवार की देर रात को ही चाइनीस गेस्ट हाउस पर छापा मारा गया। छापा मारने से पहले 32 युवक और युवतियां मौके से फरार हो गए थे। हालांकि मौके से असम और मणिपुर की रहने वाली तीन लड़कियों को हिरासत में लिया गया है। 
 
2019 से भारतीय एजेंसियों को गुमराह किया
चीनी नागरिक से भारतीय पासपोर्ट मिलने के बाद ग्रेटर नोएडा पुलिस जांच करने दार्जिलिंग उस पते पर जाएगी, जहां पासपोर्ट बनवाया गया है। चीनी जासूस सु फाइ के पासपोर्ट में भारतीय नाम शेरपा लिखा हुआ मिला है, जो फर्जी हैं और जिससे भारतीय एजेंसियों को गुमराह किया गया है। सु फाइ का वीजा 2020 में एक्सपायर हो गया था। उसके बाद छिपकर ग्रेटर नोएडा में अवैध रूप से रह रहा है। ग्रेटर नोएडा के जेपी ग्रीन्स में 2019 से यह चीनी नागरिक रह रहा था। चीनी नागरिक की उम्र लगभग 36 साल है, जबकि इसकी प्रेमिका की उम्र 22 साल है।

चीनी जासूम से मिलने थाने पहुंचे चीनी दोस्त
मिली जानकारी के मुताबिक जब बीटा-2 कोतवाली पुलिस जासूस सु फाइ थाने में लेकर गई थी। वहां पर जासूस से मिलने उसके कुछ दोस्त भी गए थे। पुलिस ने जांच के दौरान चीनी नागरिक की जेपी ग्रीन हाउसिंग सोसाइटी में ऑडी बीएमडब्ल्यू गाड़ी, उसके फ्लैट से बरामद चेक बुक, 15 ब्लैक एंड वाइट आधार कार्ड मिले हैं। अभी तक की जांच में यह भी पता चला है कि जो लोग कुछ समय पहले ग्रेटर नोएडा आए थे। उन्होंने अपना अधिकतर समय ग्रेटर नोएडा में स्थित गेस्ट हाउस में बिताया था। यहां पर 2 चीनी फैक्ट्री भी है, पुलिस ने वहां पहुंचकर भी पूछताछ की है।

गुजरात के युवक को बनाया फैक्ट्री का निर्देशक
चीनी नागरिक का एक भारतीय दोस्त हैं। जिसका नाम रविकुमार है। जिस चाइनीस फैक्ट्रियों को चीनी नागरिक चला रहे थे, कुछ फैक्ट्री का निर्देशक रविकुमार है। सोमवार चीनी नागरिक सु फाइ जासूस के पकड़े जाने के बाद से ही रविकुमार का मोबाइल नंबर स्विच ऑफ जा रहा है। रविकुमार मूल रूप से गुजरात का रहने वाला है।

एलआईयू सवालों से घिरी
अब इसमें एक बड़ा सवाल खड़ा होता है कि भारत में जो भी विदेशी नागरिक आते हैं। उन सभी की जानकारी एलआईयू के पास होती है। अब यह सुरक्षा में बड़ी चूक है कि इन विदेशी नागरिकों की जानकारी एलआईयू के पास क्यों नहीं थी। इस मामले में एलआईयू की बड़ी नाकामी सामने आई है।

क्या है पूरा मामला
भारत-नेपाल बॉर्डर पर सीमा सशत्र बल ने शनिवार की शाम दो चीनी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया। इनसे हुई पूछताछ में चौंकाने वाली बातें सामने आईं। दोनों चाइनीज घुसपैठिए ग्रेटर नोएडा में करीब 15 दिन तक रहकर गए। नेपाल बॉर्डर से वापस भाग रहे थे, तभी सीमा सशस्त्र बल ने गिरफ्तार किया है। दोनों चीन से थाईलैंड होते हुए काठमांडू के रास्ते भारत आए थे। दोनों ने बताया कि नोएडा में अपने दोस्त के पास 15 दिनों तक रहे थे। यह जानकारी मिलने के बाद ग्रेटर नोएडा पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिस और इंटेलिजेंस ने आनन-फानन में उन लोगों का पता लगाया, जिनके पास दोनों चीनी घुसपैठ के 15 दिनों तक रहे। इसी सिलसिले में सोमवार को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने गुरुग्राम से यह दोनों गिरफ्तारी की हैं। जिसमें एक चीनी नागरिक सु फाइ और दूसरी उसकी प्रेमिका भी शामिल हैं।

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