Tricity Today | पेरिस पैरालंपिक में जीतकर लौटे सुहास एलवाई का भव्य स्वागत
Uttar Pradesh News/Greater Noida Desk : पेरिस में आयोजित पैरालिंपिक 2024 में सिल्वर मेडल जीतकर लखनऊ लौटे आईएएस अधिकारी सुहास एलवाई का अमौसी एयरपोर्ट (लखनऊ) पर भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान वहां समर्थकों, खेल प्रेमियों और अधिकारियों के अलावा उनकी पत्नी ऋतु सुहास भी मौजूद रहीं। जैसे ही सुहास एलवाई अमौसी एयरपोर्ट पर उतरे, तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। हाथों में फूलों के गुलदस्ते और सम्मान पत्र लिए लोगों की भीड़ सुहास के आने का बेसब्री से इंतजार कर रही थी। उनके चेहरे पर गर्व और संतोष की चमक साफ दिखाई दे रही थी। जिन्होंने देश और प्रदेश का मान बढ़ाया है।
पत्नी और आईएएस अधिकारी ऋतु सुहास भी रहीं साथ
सुहास एलवाई की इस शानदार सफलता के मौके पर उनकी पत्नी और आईएएस अधिकारी ऋतु सुहास भी मौजूद थीं। जिन्होंने अपने पति की हर कदम पर हौसलाअफजाई की। दोनों पति-पत्नी की जोड़ी ने यह साबित किया है कि व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों स्तरों पर उत्कृष्टता हासिल की जा सकती है। ऋतु सुहास ने भी अपने पति की सफलता पर गर्व जताया और उनकी मेहनत को सराहा
एयरपोर्ट पर जमकर हुआ स्वागत
एयरपोर्ट पर सुहास के समर्थकों और खेल प्रेमियों का तांता लगा रहा। उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारी, खेल संघों के प्रतिनिधि और उनके करीबी दोस्त एवं परिवार के सदस्य उन्हें बधाई देने के लिए पहुंचे। वहां मौजूद सभी लोगों ने इस ऐतिहासिक क्षण को कैमरों में कैद किया। सोशल मीडिया पर भी सुहास की उपलब्धि की जमकर तारीफ की गई।
सुहास एलवाई ने किया आभार व्यक्त
स्वागत के दौरान सुहास एलवाई ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "यह मेरे लिए गर्व का क्षण है। इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए मैंने कड़ी मेहनत की है। इस सफर में मेरी पत्नी और परिवार का समर्थन बेहद अहम रहा है। मैं अपने देश और प्रदेश के लिए कुछ और बड़ा करना चाहता हूं।" उन्होंने यह भी कहा कि खेल और प्रशासन के बीच संतुलन बनाए रखना मुश्किल होता है, लेकिन अगर आपके पास सही दृष्टिकोण हो, तो हर चुनौती का सामना किया जा सकता है।
2007 बैच के आईएएस अधिकारी
सुहास एलवाई एक भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं, जिनका पूरा नाम सुहास लालिनाकेरे यतिराज (Suhas Lalinakere Yathiraj) है। वह उत्तर प्रदेश कैडर के 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और अपनी प्रशासनिक सेवा के साथ-साथ पैरा-बैडमिंटन के क्षेत्र में भी असाधारण उपलब्धियां हासिल की हैं। सुहास एलवाई का जन्म 2 जुलाई 1983 को हुआ था। वह एक जन्मजात दिव्यांगता (पैरों में विकार) के साथ पैदा हुए थे, लेकिन उन्होंने इसे कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। उन्होंने कंप्यूटर इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की है।
सुहास का शानदार प्रशासनिक करियर
सुहास एलवाई ने विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य किया है, जिनमें प्रयागराज, जौनपुर, गौतम बुद्ध नगर (नोएडा), और आजमगढ़ शामिल हैं। नोएडा में डीएम के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपने प्रशासनिक कौशल के लिए व्यापक प्रशंसा प्राप्त की।
पेशेवर खिलाड़ी के रूप में उपलब्धियां
सुहास एलवाई एक पेशेवर पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी भी हैं। उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। 2021 में उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीता, जो उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। वह दुनिया के शीर्ष पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक हैं और उन्होंने कई विश्व चैंपियनशिप में भी पदक जीते हैं।