Greater Noida : ग्रेटर नोएडा में एनटीपीसी पावर प्लांट के बाहर चल रहे धरने का नेतृत्व करने वाले किसान नेता सुखबीर खलीफा जेल से रिहा हो गए हैं। वह रिहाई के तुरंत बाद धरनास्थल पर पहुंचे। किसानों ने उनका जोरदार स्वागत किया। सुखबीर खलीफा ने इस मौके पर कहा, "मुझे चाहे बार-बार जेल भेजा जाए लेकिन मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं। जब तक किसानों को इंसाफ नहीं मिल जाएगा हमारा आंदोलन बदस्तूर चलता रहेगा।" धरना स्थल पर सुखवीर खलीफा का किसानों ने जोरदार स्वागत किया।
आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा में दादरी के पास नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन के बाहर आंदोलन करने पर 1 नवंबर को किसान नेता सुखबीर खलीफा गिरफ्तार कर लिए गए थे। ग्रेटर नोएडा में दादरी के पास नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन का विद्युत उत्पादन केंद्र है। यह संयंत्र लगाने के लिए सरकार ने करीब 35 वर्ष पूर्व इलाके के 23 गांवों में भूमि अधिग्रहण किया था। किसानों का कहना है कि उस वक्त भूमि अधिग्रहण की एवज में मिलने वाला मुआवजा समान नहीं था। मतलब, किसी गांव में कम और किसी गांव में ज्यादा मुआवजा भुगतान किया गया। तभी से किसान समान मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा एनटीपीसी में नौकरियां और इन गांवों के विकास की मांग भी किसान करते रहे हैं। अब इन्हीं मांगों को पूरा करवाने के लिए 30 अक्टूबर से किसानों की भीड़ एनटीपीसी थर्मल पावर प्लांट के बाहर प्रदर्शन कर रही है। एक नवंबर की शाम किसानों और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई। जिसमें पानी की बौछार की गई और फिर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। इस लाठीचार्ज में कई किसान घायल हो गए। पुलिस और किसानों के बीच हुई तीखी नोकझोंक के दौरान 13 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें भारतीय किसान परिषद के नेता सुखबीर खलीफा भी शामिल थे। सुखबीर खलीफा मूल रूप से नोएडा में सरफाबाद गांव के रहने वाले हैं। इससे पहले भी सुखबीर के नेतृत्व में नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ लंबा किसान आंदोलन किया गया था।