Greater Noida News : फिल्म सिटी (Film City) परियोजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) का ड्रीम प्रोजेक्ट है। जिसको लेकर कुछ दिनों पहले टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई थी। कई कंपनियों ने रुचि दिखाई, लेकिन किसी ने भी टेंडर नहीं डालें। अब इस परियोजना को लेकर नए सिरे से कवायद शुरू होगी। इस बार फिल्म सिटी प्रोजेक्ट के लिए कई चरणों के अंदर टेंडर प्रक्रिया जारी की जाएगी। जिसको लेकर बुधवार को लखनऊ में बैठक के दौरान फैसला हो सकता है। इसके अलावा फिल्म सिटी बनाने के लिए सलाहकार कंपनी सीबीआरई पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। क्योंकि टेंडर प्रक्रिया के अंदर ज्यादा बिल्डरों ने रुचि नहीं दिखाई है।
फॉक्स स्टूडियो ने टेंडर खरीदा पर जमा नहीं किया
आपको बता दें कि यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) के सेक्टर-21 में 1000 एकड़ में फिल्म सिटी को विकसित किया जा रहा है। जिसको लेकर प्राधिकरण द्वारा ग्लोबल टेंडर प्रक्रिया निकाली गई थी। जिसमें कई बड़ी कंपनियों ने रुचि तो दिखाई पर किसी ने भी टेंडर नहीं डालें। टेंडर प्रक्रिया में फॉक्स स्टूडियो से लेकर यूनिवर्सल समेत पांच कंपनियों ने रुचि दिखाई। जिसमें से फॉक्स स्टूडियो ने टेंडर खरीदा, लेकिन कंपनी द्वारा टेंडर जमा नहीं किया गया। ऐसे में अब इस परियोजना को लेकर दोबारा से टेंडर निकाले जा सकती है। इस बार यह टेंडर कई चरणों में निकाले जाएंगे।
नए सिरे से होगी योजना तैयार
वहीं, प्राधिकरण द्वारा फिल्म सिटी परियोजना के लिए सलाहकार एजेंसी के तौर पर सीबीआरई कंपनी को चुना गया था। इसी कंपनी की देख-रेख में टेंडर प्रक्रिया को कराया जा रहा था। प्राधिकार द्वारा एजेंसी को कंपनी के चयन से लेकर परियोजना को पूरा कराने का जिम्मा दिया गया है। इसको लेकर कंपनी को 70 लाख रुपए से अधिक का भुगतान करना था, लेकिन ज्यादा बिल्डरों के रुचि ना दिखाने की वजह से अब कंपनी भी सवालों के घेरे में आ गई है। बुधवार को लखनऊ में होने वाली पीपीपी इवैल्यूवेशन कमेटी की बैठक में इसका फैसला होगा। जिसकी अध्यक्षता औद्योगिक विकास आयुक्त करेंगे। अब इस परियोजना को लेकर नए सिरे से योजना बनाई जाएगी। जिसके लिए कई भागों में टेंडर निकाले जाएंगे।
फिल्म सिटी के किस चरण में क्या बनेगा
पहला चरण : फिल्म सिटी को तीन चरणों में विकसित किया जाएगा। पहले चरण में फिल्म निर्माण से जुड़ी गतिविधियों को विकसित किया जाएगा। इसके तहत फिल्म स्टूडियो, खुला एरिया, एम्यूजमेंट पार्क और विला आदि विकसित किए जाएंगे। करीब 120 एकड़ में एम्यूजमेंट पार्क, 20-20 एकड़ में फिल्म स्टूडियो बनेंगे। पहले चरण के 80 प्रतिशत हिस्से में केवल फिल्म से जुड़े निर्माण कार्य किए जाएंगे। ताकि पहला चरण पूरा होते ही फिल्म की शूटिंग शुरू हो सके।
दूसरा चरण : फिल्म सिटी के दूसरे चरण में हास्पिटॉलिटी, रिजॉर्ट और व्यावसायिक गतिविधियों को विकसित किया जाएगा। ताकि शूटिंग में आने वाले लोगों को सहूलियत मिलें। फ़िल्म सिटी में नामचीन फाइव स्टार होटलों और अस्पताल को भी जगह मिलेगी। साथ ही फिल्म उद्योग से जुड़े व्यवसायों को बढ़ावा मिले।
तीसरा चरण : तीसरे और अंतिम चरण में रिटेल डेवलपमेंट होगा। इस चरण में बचे हुए सारे काम किए जाएंगे।
केवल स्टोरी आएगी और फिल्म बनकर जाएगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि यमुना फिल्म सिटी एक मुकम्मल फिल्म उद्योग का स्वरूप हासिल करे। कोई कहानीकार, निर्देशक या निर्माता केवल कहानी लेकर आए और फिल्म लेकर वापस जाए। शूटिंग, रिकॉर्डिंग, डबिंग, निर्माण, एडिटिंग, वीएफएक्स, ग्राफिक और कलर करेक्शन से लेकर मार्केटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन तक यमुना फिल्म सिटी से होना चाहिए। मुख्यमंत्री का मानना है कि यह फिल्म सिटी उत्तर प्रदेश के टूरिज्म, कल्चर और इतिहास को नया रूप देगी। इससे ना केवल निवेश और नौकरियां मिलेंगी बल्कि उत्तर प्रदेश के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति को भी विश्व पटल पर रखने के अवसर मिलेंगे।
चरण समय जमीन
पहला 2023-24 376 एकड़
दूसरा 2026-27 298 एकड़
तीसरा 2028-29 236 एकड़
कुल वक्त 7-8 वर्ष 904 एकड़