Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के सेक्टर एमयू-2 में आवारा कुत्तों का आतंक दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस समस्या ने उनके दैनिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है, यहां तक कि घर से निकलना भी मुश्किल हो गया है। आज कुत्तों ने एक साथ चार बच्चों को काटा है। इस समस्या के समाधान के लिए स्थानीय प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की जा रही है। निवासियों का कहना है कि उन्हें सुरक्षित माहौल में रहने का अधिकार है और प्राधिकरण को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।
झुंड में 15 से 20 तक कुत्ते करते हैं हमला
आज सुबह की ताजा घटना में, चार बच्चों को कुत्तों ने काट लिया। यह घटना स्थानीय लोगों के बीच भय और आक्रोश का कारण बन गई है। सेक्टर के एक निवासी ने बताया, "कुत्ते लगातार बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों और वाहन सवारों पर हमला कर रहे हैं। पिछले दिनों एक बच्चा जो पार्क में खेल रहा था, उसे बुरी तरह जख्मी कर दिया गया।" स्थानीय लोगों का कहना है कि कुत्तों के झुंड में 15 से 20 तक कुत्ते होते हैं, जो एक साथ हमला करते हैं। इस कारण उनका आतंक और भी ज्यादा बढ़ जाता है। स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को इनसे सबसे ज्यादा खतरा है। कई लोग रात या दिन में इन झुंडों को देखकर अपना रास्ता बदल लेते हैं।
शोर मचाकर कुत्तों को भगाने की कोशिश
एक और चिंताजनक पहलू यह है कि कुत्तों के हमले के डर से कई लोग अपने वाहनों से गिरने से बचे हैं। कुछ लोगों ने शोर मचाकर कुत्तों को भगाने की कोशिश की है, लेकिन यह समस्या का स्थायी समाधान नहीं है। स्थानीय निवासियों ने प्राधिकरण से इस समस्या का समाधान करने की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसे खूंखार कुत्तों को या तो सेक्टर से बाहर निकाला जाए या फिर अन्य विकल्पों के माध्यम से इस समस्या का हल किया जाए।
कागजी कार्रवाई में ही रह गया प्राधिकरण
हालांकि, निवासियों का आरोप है कि प्राधिकरण ने अब तक इस मुद्दे पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। एक निवासी ने कहा, "प्राधिकरण केवल कागजी कार्रवाई कर रहा है, जबकि जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हो रहा है। इसका खामियाजा हम सेक्टरवासियों को भुगतना पड़ रहा है।"