जिम्स में शुरू हुआ नया क्लीनिक, जल्द इन सुविधाओं से लैस होगा अस्पताल, मिलेगा हर व्यक्ति को खास फायदा

गौतमबुद्ध नगर वासियों के लिए अच्छी खबर : जिम्स में शुरू हुआ नया क्लीनिक, जल्द इन सुविधाओं से लैस होगा अस्पताल, मिलेगा हर व्यक्ति को खास फायदा

जिम्स में शुरू हुआ नया क्लीनिक, जल्द इन सुविधाओं से लैस होगा अस्पताल, मिलेगा हर व्यक्ति को खास फायदा

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो

Greater Noida News : शहर के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में टाइप-1 मधुमेह क्लीनिक शुरू हो गया है। मरीज सप्ताह में दो दिन डाक्टर से परामर्श ले सकेंगे। डायलिसिस के लिए दस और मशीन शासन ने मुहैया कराई हैं। अब 1500 के बजाए 1200 रुपये में डायलिसिस हो सकेगी। जल्द ही 70 डाक्टरों की भर्ती होगी। इसका प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। वहीं, शासन ने 56 एकड़ जमीन देने की स्वीकृति दे दी है। इसके साथ ही वहां पर कॉलेज, हास्टल, लाइब्रेरी आदि बनाई जाएगी। इसको लेकर जिम्स प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है।

नए भवन में खर्च होंगे 450 करोड़ रुपए
जिम्स में सोमवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में निदेशक ब्रिगेडियर डॉ.आरके गुप्ता, डॉ.सौरभ श्रीवास्तव, डॉ.रम्भा पाठक, डॉ.अनुराग श्रीवास्तव ने प्रेस वार्ता में तमाम जानकारी साझा की। डॉ.आरके गुप्ता ने कहा कि चार वर्षो के लंबे अंतराल के बाद शासन की तरफ से अस्पताल से समीप ही मेडिकल कॉलेज का नया भवन 450 करोड़ की कीमत से 56 एकड़ जमीन पर बनेगा। संस्थान की 100 सीट पर एमबीबीएस की कक्षाएं जीबीयू परिसर में लगाई जाती हैं। इसके लिए किराए देना पड़ता है। 

15 बेड का वार्ड तैयार
वर्तमान में यह जमीन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के नाम है, ऐसे में प्राधिकरण से जमीन का पजेशन मिलने के बाद शासन को बिल्डिंग निर्माण के लिए बजट का प्रस्ताव भी जल्द भेज दिया जाएगा। मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन की मंजूरी मिलने के बाद बिल्डिंग, हॉस्टल और अस्पताल होगा। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 15 बेड का वार्ड तैयार किया गया है। साथ ही प्राइवेट वार्ड में भर्ती मरीजों का चार्ज भी 2 हजार से कम कर 1000 रुपये कर दिया गया है।

लैब का 90 फीसदी पूरा
डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि संस्थान में रिसर्च के लिए कई लैब पर काम चल रहा है। कोरोना के किसी भी वेरिएंट की पहचान करने के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग लैब तैयार की जा रही है। शासन से 2 करोड़ का बजट पास हुआ था। लैब बनाने का काम 90 फ़ीसदी पूरा हो चुका है। साथ ही बीएसएल-3 (ब्लड शुगर लेवल) लैब बनाने का काम भी 90 फ़ीसदी पूरा किया जा चुका हैं। टीबी लिक्विड कल्चरल लैब भी तैयार की जा रही है। मई के दूसरे सप्ताह तक जांच शुरू हो जाएगी। 

46 लाख की ब्लड बैंक बैन डोनेट की गई 
निदेशक डॉ.आरके गुप्ता ने बताया कि मरीजों को रक्त की जरूरत के लिए ई ब्लड बैंक शुरू किया जाएगा। ऐसे में मरीज के लिए तीमारदार रजिस्ट्रेशन कराकर रक्त ले सकेंगे। साथ ही एनपीसीएल की तरफ से 46 लाख की ब्लड बैंक बैन डोनेट की गई है, जिससे काफी मदद मिलेंगी। उन्होंने बताया कि बाहर के मरीजों को जांच के लिए अब पांच रूपये रजिस्ट्रेशन करना होगा। जिसके बाद अन्य जगह के मुकाबले कम दाम पर बाहर के पर्ची के पर भी वे जांच करा पाएंगे।      

100 बेड का सेमी प्राइवेट वार्ड बनाया गया
संस्थान में सरकारी विभाग के लोगों के लिए कैशलेस इलाज की सुविधा शुरू की गई है। इसमें इलाज के सेमी प्राइवेट वार्ड तैयार किया गया है। जिसमें मरीजों इलाज किया जाएगा, जिसके बाद बिला क्लेम करके कम से कम दाम अस्पताल प्रशासन को दे सकेंगे।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.