चिटहैरा भूमि घोटाले की भूमाफिया कंपनी ने लौटाया मुआवजा, जमीन लौटाने के लिए हलफनामा दिया

BIG BREAKING : चिटहैरा भूमि घोटाले की भूमाफिया कंपनी ने लौटाया मुआवजा, जमीन लौटाने के लिए हलफनामा दिया

चिटहैरा भूमि घोटाले की भूमाफिया कंपनी ने लौटाया मुआवजा, जमीन लौटाने के लिए हलफनामा दिया

Tricity Today | गैंगस्टर यशपाल तोमर

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के चिटहैरा भूमि घोटाले (Chithera Land Scam) से जुड़ी बड़ी खबर है। भूमाफिया और गैंगस्टर यशपाल तोमर से ज्यादा जमीन हड़पने वाली कंपनी त्रिदेव रिटेल प्राइवेट लिमिटेड ने ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से उठाया मुआवजा वापस लौटा दिया है। कंपनी की ओर से सोमवार को एक बैंक ड्राफ्ट दादरी के एसडीएम को सौंपा गया है। इतना ही नहीं कंपनी ने जो सरकारी जमीन हड़पी है, उसे वापस लौटाने के लिए हलफनामा दाखिल किया है। दूसरी ओर इस मामले में गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई का कहना है, "मुआवजा और जमीन वापस लौटाने से अपराध कम नहीं होगा। कंपनी से जुड़े लोगों पर कार्यवाही की जाएगी।"

प्रशासन को लौटाए 3.76 करोड़ रुपये
दादरी के एसडीएम अतुल गुप्ता ने बताया कि चिटहैरा भूमि घोटाले में त्रिदेव रिटेल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को भूमाफिया घोषित किया गया है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स ने यशपाल तोमर और इस कंपनी को एक साथ भूमाफिया घोषित किया था। इस कंपनी के ऑथोराइज़्ड सिग्नेटरी नरेंद्र कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। कंपनी के नाम करीब 70-80 बीघा जमीन गलत ढंग से हड़पी गई है। सोमवार को कंपनी के एक प्रतिनिधि ने 3.76 करोड़ रुपए का बैंक ड्राफ्ट जमा करवाया है। यह पैसा कंपनी ने ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से बतौर मुआवजा भूमि अधिग्रहण की एवज में हासिल किया था। साथ ही कंपनी की ओर से एक शपथ पत्र दाखिल किया गया है, जिसमें कहा गया है कि वह चिटहैरा गांव से जुड़ी सारी जमीन को वापस लौटना चाहते हैं।"

इससे अपराध कम नहीं होता, कार्यवाही तो होगी : डीएम
दूसरी ओर इस मामले को लेकर जिलाधिकारी सुहास एलवाई का कहना है, "भले ही कंपनी ने मुआवजा लौटा दिया है और सरकारी जमीन वापस देने के लिए शपथ पत्र दिया है। इससे उनका अपराध कम नहीं होता है। प्रकरण को लेकर दादरी कोतवाली में एफआईआर दर्ज करवाई जा चुकी है। कंपनी को पहले ही भूमाफिया घोषित कर दिया गया है। कंपनी के निदेशकों पर कार्यवाही की जाएगी। पैसा और जमीन लौटाने से अपराध में किसी तरह की कमी नहीं आएगी।" आपको बता दें कि यह कंपनी उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की समधन साधना राम और समधी अनिल राम की है। साधना राम और अनिल राम साकेत बहुगुणा के सास-ससुर हैं। साकेत की पत्नी गौरी बहुगुणा के माता-पिता हैं। हालांकि, विजय बहुगुणा साफ कर चुके हैं कि इन दूर के रिश्तेदारों से उनका कोई सरोकार नहीं है। अरबों रुपये के इस भूमि घोटाले में उत्तराखंड में तैनात दो आईएएस और एक आईपीएस अफसर के निकट संबंधी शामिल हैं। इन सबके खिलाफ दादरी में एफआईआर दर्ज करवाई गई है।

शिकंजा कसा तो माफिया गैंग में मच गई भगदड़
चिटहैरा भूमि घोटाले में अब जैसे-जैसे पुलिस और प्रशासन शिकंजा कस रहे हैं, भूमाफिया गैंग में खलबली मची हुई है। यही वजह है कि त्रिदेव रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों ने गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन को मुआवजा लौटा दिया है। जमीन लौटाने का ऑफर दिया है। दूसरी तरफ जिलाधिकारी का साफ कहना है, "हम लोगों ने जमीन वापस लेने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके लिए दादरी एसडीएम के न्यायालय में मुकदमे दर्ज करवाए जा चुके हैं। जमीन हड़पने के लिए रचे गए षड्यंत्र, आपराधिक गतिविधियों, जालसाजी और धोखाधड़ी पर मुकदमा दर्ज करवाया जा चुका है। अगर कंपनी पैसा जमा नहीं करती तो भी हम वसूल कर लेते।"

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