जेवर एयरपोर्ट की जमीन पर कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू, 7 अप्रैल से पहले जमीन कम्पनी को मिलेगी

BIG BREAKING: जेवर एयरपोर्ट की जमीन पर कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू, 7 अप्रैल से पहले जमीन कम्पनी को मिलेगी

जेवर एयरपोर्ट की जमीन पर कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू, 7 अप्रैल से पहले जमीन कम्पनी को मिलेगी

Tricity Today | जिलाधिकारी सुहास एलवाई और सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह

-गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने किसानों को बसाने का काम शुरू किया
-जिला प्रशासन 7 अप्रैल तक हर हाल में कंपनी को जमीन पर कब्जा देगा
-इसके बाद जेवर एयरपोर्ट का निर्माण शुरू करवाएगी उत्तर प्रदेश सरकार

Jewar Airport News: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) से जुड़ी ख़ास खबर है। एयरपोर्ट का विकास करने वाली कम्पनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड को जमीन पर कब्जा देने की प्रकिया शुरू हो गई है। नियाल ने जमीन पर कब्जा लेने के लिए कंपनी को पत्र भेज दिया है। गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन का कहना है कि 7 अप्रैल तक हर हाल में कंपनी को जमीन दे दी जाएगी। इसके बाद एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।

गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए 1,334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। परियोजना के कारण किसान परिवारों को विस्थापित किया जाएगा। इन किसान परिवारों को बसाने के लिए कवायद शुरू हो गई है। जेवर बांगर में 238 परिवारों को भूखंड आवंटित कर दिए गए हैं। डीएम ने कहा, जिला प्रशासन और यमुना प्राधिकरण के लिए सबसे महत्वपूर्ण काम यही है। दूसरी ओर यमुना प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने विकासकर्ता कंपनी को जमीन देने के लिए पत्र लिख दिया है। यह जमीन अभी नागरिक उड्डयन विभाग के नाम है। इसी विभाग के नाम पर जमीन का अधिग्रहण किया गया है।

नियाल और यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने कहा, "कंपनी को जमीन पर कब्जा देने के लिए पत्र भेज दिया गया है। एग्रीमेंट की शर्तों के मुताबिक 7 अप्रैल तक कब्जा देना है। हालांकि, हम यह काम और जल्दी कर देंगे। परियोजना से प्रभावित होने वाले किसान परिवारों को भी बसाने का काम शुरू कर दिया है। यह काम निर्धारित समय से काफी पहले शुरू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के मुताबिक काम समय से पहले पूरा कर दिया जाएगा।"

किसी किसान को परेशानी है तो मुझसे आकर मिलें: डीएम
जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि सरकार और जिला प्रशासन मिलकर जेवर के किसानों को विकास की तरफ लेकर जा रहे हैं। अगर किसी भी किसान को कोई दिक्कत है तो वह जिला प्रशासन और यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों को अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि किसी भी किसान को परेशान होने की जरूरत नहीं है। किसानों के लिए आज काफी अच्छा दिन है, जो उनको फ्लैट मिल रहा है। किसी भी शंका या समस्या का समाधान करने के लिए हम तैयार हैं। कोई भी किसान किसी भी वक्त मुझसे आकर मिल सकता है।

3627 किसानों को मिलेगा नया ठिकाना
नोएडा एयरपोर्ट के लिए विकास के लिए कुल 3627 किसानों को जेवर बांगर में बसाया जाना है। एयरपोर्ट के पहले रनवे के निर्माण में पहले चरण में सिर्फ 238 किसानों को विस्थापित किया जाना है। इन सभी के लिए जेवर बांगर में 240 फ्लैट तैयार किए गए हैं। प्राधिकरण आज 6 मार्च को किसानों को उनका कब्जा दे रहे है। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी और यीडा के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया बुधवार को मौके का जायजा लेने पहुंचे थे।

नोएडा एयरपोर्ट का दूसरा चरण 1,310 हेक्टेयर जमीन में बनेगा
नोएडा एयरपोर्ट का दूसरा चरण 1,310 हेक्टेयर जमीन में बनेगा। इसके लिए जमीन देने वाले छह गांवों के किसानों को 2,890 करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाएगा। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई की तरफ से प्रस्ताव बनाकर नागरिक उड्डयन विभाग को भेज दिया गया है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरू हो सकती है। मिली जानकारी के मुताबिक नोएडा एयरपोर्ट के पहले चरण का काम जल्द शुरू होने जा रहा है।

आधुनिक सुविधाएं विकसित की
यमुना प्राधिकरण का दावा है कि पूरे प्रदेश में किसी एक विधानसभा में इतनी तेजी और पारदर्शी तरीके से विकास कार्य नहीं हुआ है, जितना जेवर क्षेत्र के इन 96 गांवों में हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि गांव को एक्सप्रेसवे और मुख्य मार्गों से जोड़ने के लिए शानदार सड़कें बनाई गई हैं। पानी की निकासी के लिए बेहतरीन सीवरेज सिस्टम विकसित किया गया है।

अप्रैल में शिलान्यास हो सकता है 
किसानों की अधिग्रहीत भूमि के मुताबिक ही उन्हें नए प्लॉट दिए जाएंगे। इन प्रभावित काश्तकारों को प्लॉट देने के साथ ही नोएडा एयरपोर्ट के पहले रनवे के लिए जमीन अधिग्रहण से जुड़े मसले खत्म हो जाएंगे। इसीलिए अप्रैल में इसके शिलान्यास की तैयारी की जा रही है। प्राधिकरण के एक अधिकारी के मुताबिक, शिलान्यास की तिथि तय करने से पहले किसानों को आबादी का प्लॉट देकर किसी तरह का विवाद खत्म करना था। मगर अब यह इंतजार खत्म हो रहा था। 6 मार्च के बाद किसी भी दिन शिलान्यास की तिथि का एलान किया सकता है।

टाउनशिप में 31 मई, 2021 तक सारे विकास कार्य पूरे होंगे
अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने परियोजना के प्रभावित परिवारों को बसाने के लिए चल रही कार्रवाई के बारे में जानकारी ली। डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि प्रभावित परिवारों को जेवर बांगर में बनाई जा रही सुविधा सम्पन्न टाउनशिप में बसाया जाना है। इसके लिए 100 करोड़ रुपये से अधिक लागत के विकास कार्य पहली दिसंबर से शुरू कर दिए जाएंगे। इसके लिए प्रक्रिया अंतिम चरण में है। उन्होंने बताया कि 31 मई तक इन कामों को पूरा कर लिया जाएगा। इनकी निगरानी के लिए हर महीने अलग से एक बैठक भी होगी।

इन गांवों के परिवार भी होंगे शिफ्ट
सर्वे के मुताबिक, किशोरपुर के 46 परिवार शिफ्ट किए जाने हैं। नगरा शरीफ के 553, नगरा छीतर के 692 व दयानतपुर खेड़ा के 223 परिवार विस्थापित होंगे। ये सभी दयानतपुर गांव के मजरे हैं। इसके अलावा रोही गांव के मजरे नगला गणेशी, नगला फूल खां व रोही के परिवार विस्थापित होंगे। इनमें 1146 परिवार हैं। इन परिवारों को करीब 45 एकड़ के भूखंड दिए जाएंगे। यमुना प्राधिकरण इन परिवारों को बसाने के लिए भूखंड विकसित करेगा। किशोरपुर गांव के परिवारों को बसाने के लिए भूखंड विकसित करने के लिए टेंडर निकाल दिए गए हैं।

ये सुविधाएं दी जाएंगी
जेवर बांगर में इन परिवारों को बसाया जाएगा। यहां पर सेक्टरों की तर्ज पर सुविधाएं दी जाएंगी। सड़क, नाली, सीवर लाइन, सामुदायिक केंद्र, स्कूल, अस्पताल आदि बनाए जाएंगे।  यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया, जेवर एयरपोर्ट परियोजना के परिवारों को बसाने के लिए यमुना प्राधिकरण भूखंड विकसित करेगा। किशोरपुर गांव के लिए भूखंड विकसित करने के लिए टेंडर निकाल दिए गए हैं।

जेवर एयरपोर्ट से कब कितने यात्री उड़ान भरेंगे
पहले चरण में 2023 में उड़ान शुरू करने का लक्ष्य है। पहले चरण में 15 मिलियन यात्री आएंगे। तीसरा रनवे वर्ष 2042 में शुरू होगा। जिसके बाद यहां से सालाना 44.10 मिलियन यात्री प्रति वर्ष आवागमन करेंगे। चौथा रनवे वर्ष 2049 में शुरू होगा। तब हर साल 51.14 मिलियन यात्री उड़ान भरेंगे।

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