सुथियाना गांव की धंसी सड़क पर प्राधिकरण से डाली मिट्टी, ग्रामीणों ने कहा- सीईओ साहब! ऐसे अफसरों पर कब होगी कार्रवाई

ग्रेटर नोएडा : सुथियाना गांव की धंसी सड़क पर प्राधिकरण से डाली मिट्टी, ग्रामीणों ने कहा- सीईओ साहब! ऐसे अफसरों पर कब होगी कार्रवाई

सुथियाना गांव की धंसी सड़क पर प्राधिकरण से डाली मिट्टी, ग्रामीणों ने कहा- सीईओ साहब! ऐसे अफसरों पर कब होगी कार्रवाई

Tricity Today | सुथियाना गांव की धंसी सड़क पर प्राधिकरण से डाली मिट्टी

Greater Noida : ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी वैसे तो गांव को स्मार्ट विलेज बना रही है, लेकिन जब हकीकत देखी जाती है तो कुछ और ही नजर आता है। ग्रेटर नोएडा के सुथियाना गांव में करीब 15 दिनों से सड़क धंसी हुई है। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी से की थी, लेकिन अथॉरिटी के प्रोजेक्ट विभाग ने धंसी हुई सड़क पर मिट्टी डालकर इतिश्री कर दी है। हालत आज भी ऐसी है कि टूटी हुई सड़क में मिट्टी भी धंस गई है। जिसकी वजह से दोपहिया वाहनों और पैदल चलने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लोग इस गड्ढे में गिरकर चोटिल हो रहे हैं। वहीं, बड़े वाहन जैसे ट्रैक्टर ट्रॉली अब इस रास्ते से नहीं गुजर पाते हैं। अगर इस रास्ते से ट्रैक्टर ट्रॉली जाती है तो वह भी इस गड्ढे में धंस जाती है। 

15 दिनों पहले की थी शिकायत
सुथियाना गांव के निवासी दयाचंद प्रजापति का कहना है कि गांव में घुसने वाले मुख्य मार्ग की आरसीसी जमीन में धंसी हुई है। इसकी शिकायत करीब 15 दिनों पहले ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी टीम से की गई थी। शिकायत करने के काफी दिनों बाद अथॉरिटी की टीम उनके गांव पहुंची थी। दयाचंद प्रजापति का कहना है कि वैसे तो प्राधिकरण की टीम को छतिग्रस्त सड़क पर आरसीसी डालकर ही उसको ठीक करना था, लेकिन उन्होंने मिट्टी डालकर अपना पिंड छुटा लिया है। यह एक बहुत बड़ा सवाल पैदा होता है कि अगर किसी सड़क पर गड्ढा हो जाए तो क्या उस गड्ढे में मिट्टी डाली डाली जाती है या फिर उस सड़क को कंक्रीट से ठीक किया जाता है। उन्होंने प्राधिकरण की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। 

ग्रामीणों ने सीईओ से पूछा सवाल
गांव के निवासी राजू कश्यप ने कहा, "मैंने 'ट्राईसिटी टुडे' के माध्यम से खबर पढ़ी थी कि अगर कोई अधिकारी लापरवाही करेगा तो उसके खिलाफ सीईओ सुरेंद्र सिंह बड़ा एक्शन लेंगे। सीईओ सुरेंद्र सिंह अच्छा कार्य कर रहे हैं, लेकिन उनकी टीम उनकी छवि को बिगाड़ने का प्रयास कर रही है। मैंने 'ट्राईसिटी टुडे' के माध्यम से खबर पढ़ी थी कि अगर किसी गांव को स्मार्ट विलेज बनाने में कोई कमी होगी तो संबंधित डिवीजन का जिम्मेदार अधिकारी जवाबदेय होगा। प्राधिकरण की टीम ने मिट्टी डालकर विकास कार्यों से पिंड छुड़ाने का प्रयास किया है, यह सरासर गलत है।" 

आखिर कब होगी ऐसे अफसरों पर कार्रवाई
राजू कश्यप ने आगे कहा, "मैं सीईओ सुरेंद्र सिंह से सवाल पूछना चाहता हूं कि आखिरकार ऐसे अधिकारियों पर कब गाज गिरेगी जो ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की छवि धूलित करने का प्रयास कर रहे हैं।"

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