आपके घरों से निकलने वाला कूड़ा सजावट में होगा इस्तेमाल, सीईओ नरेंद्र भूषण ने रखी इस खास प्रोजेक्ट की नींव

ग्रेटर नोएडा : आपके घरों से निकलने वाला कूड़ा सजावट में होगा इस्तेमाल, सीईओ नरेंद्र भूषण ने रखी इस खास प्रोजेक्ट की नींव

आपके घरों से निकलने वाला कूड़ा सजावट में होगा इस्तेमाल, सीईओ नरेंद्र भूषण ने रखी इस खास प्रोजेक्ट की नींव

Tricity Today | सीईओ नरेंद्र भूषण | File Photo

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) ने शहर से निकलने वाले सूखे कूड़े का निस्तारण करने के लिए मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (MRF) की नींव रखवा दी है। यह ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-12 में बनाया जा रहा है। आगामी 4-5 महीने में यह बनकर तैयार हो जाएगा। इस प्लांट में हर माह करीब 300 मीट्रिक टन सूखे कूड़े का निस्तारण हो सकेगा।

एमआरएफ केंद्र का भूमि पूजन
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण की तरफ से शुक्रवार को एमआरएफ केंद्र का भूमि पूजन हुआ। ग्रेटर नोएडा के सेक्टर, गांवों, मोहल्ले और सभी घरों से निकलने वाला सूखा कूड़ा यहीं पर जाएगा। जिसके बाद इसका निस्तारण होगा। यह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, यूएनडीपी और एचडीएफसी बैंक के संयुक्त प्रयास से बन रहा पहला एमआरएफ केंद्र है। 

2.5 करोड़ रुपए खर्च होंगे
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ दीप चंद्र, यूएनडीपी इंडिया की प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट प्रोग्राम की प्रमुख सलोनी गोयल और एचडीएफसी बैंक के क्लस्टर हेड संजय ठाकुर ने भूमिपूजन कर नींव रखी है। इस कूड़े से निकलने वाले प्लास्टिक वेस्ट से घरेलू उत्पाद भी बनाए जाएंगे। इसके निर्माण में करीब 2.5 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

एक महीने में 300 मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण होगा
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अफसरों ने बताया कि प्राधिकरण शहर को साफ बनाने में लगा हुआ है। एनसीआर का सबसे हरित शहर ग्रेटर नोएडा है। इस सूखा कूड़ा प्रबंधन स्वच्छता केंद्र से हर माह करीब 300 मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण हो सकेगा। कलेक्शन सेंटर्स से कूड़ा उठाने से लेकर दैनिक उपयोग के उत्पाद बनाने तक का प्रोसेस पूरा किया जाएगा। इससे बेंच, लैंप और अन्य सजावटी उत्पाद बन सकेंगे, जिसके बाद इन उत्पादों का इस्तेमाल घरों, पार्कों आदि में हो सकेगा। इस प्लांट को तैयार होने में 4 से 5 माह लगेंगे।

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