Greater Noida : गौतमबुद्ध नगर से गुजरने वाली हिंडन नदी में जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसकी वजह से हिंडन नदी के किनारे बसी कॉलोनियों पानी में डूब गई है। बारिश के जल उफान में सैकड़ों घर डूब गए हैं। ग्रेटर नोएडा में हिंडन नदी के किनारे बसी कई कॉलोनियों में पानी भर गया है। जिला प्रशासन और पुलिस टीम हिंडन नदी के किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है। जिले में 48 घंटे के लिए डीएम ने अलर्ट जारी किया है। जिला प्रशासन ने 48 घंटों के लिए गौतमबुद्ध नगर में अलर्ट जारी किया है। अभी तक सैकड़ों लोगों को रेस्क्यू करके हिंडन नदी से दूर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है और अभी भी रेस्क्यू अभियान चल रहा है। आपके पसंदीदा न्यूज़ वेबपोर्टल "ट्राईसिटी टुडे" ने मौके पर जाकर वीडियो बनाया और लोगों से बातचीत की।
10 साल से हिंडन नदी के किनारे रह रही है आशा लाल देवी
हिंडन नदी के किनारे कॉलोनी में मकान बनाकर रहने वाली आशा लाल देवी का कहना है, "हमनें करीब 10 साल पहले यहां पर घर बनाया था। हम मूल रूप से गोंडा जिले के रहने वाले हैं। मेरे पति आसपास के इलाकों में सब्जी बेचने का काम करते हैं। बड़ी मुश्किल से हमने यहां पर घर बनाया था, लेकिन अब बाढ़ में घर डूब गया है। घर में 4 बच्चे हैं। ऐसे में केवल जिला प्रशासन और पुलिस टीम ही हमारी मदद कर रही है। फिलहाल हम सूरजपुर में स्थित अपने एक रिश्तेदार के घर पर रह रहे हैं हमारा पूरा घर पानी में डूब गया है।" उनका कहना है, "हमारे परिवार ने कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा हो सकता है।"
घर की नींव हुई कमजोर
हिंडन नदी के किनारे रहने वाले लोगों का कहना है कि अभी जिला प्रशासन ने यहां से सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा है। सब कुछ सामान्य होने के बाद हम वापस आ सकते हैं, लेकिन बाढ़ के पानी की वजह से हमारे घर की नींव कमजोर हो गई है। अब ऐसे स्थान पर रहना लोगों के लिए सुरक्षित नहीं है। वहीं हिंडन नदी के किनारे कॉलोनी में रहने वाले काफी लोग अपने स्थानीय गांव के लिए रवाना हो गए हैं। सब कुछ होने के बावजूद भी लोग अपने आपको असहाय सा महसूस कर रहे हैं।
इन इलाकों का सबसे बुरा हाल
लोगों का कहना है कि हिंडन नदी के जलस्तर में 18 साल बाद इतनी बढ़ोतरी देख गई है। इससे गांव के बांध तक नदी का पानी आ गया है। लोग परेशान हो गए हैं। साथ ही करीब 3 हजार बीघा किसानों की फसल सेक्टर-142 के आसपास में जलमग्न हो चुकी है। हिंडन नदी के जलस्तर के खतरे के निशान के ऊपर पहुंचने के बाद से नदी से सटे गांव छिजारसी, कुलेसरा, शहदरा, पुराना सुत्याना जैसे कई इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। इन स्थानों पर फंसे लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। प्रशासन की तरफ से इन इलाकों में फंसे लोगों को गांव और मकान छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने का अलर्ट जारी कर दिया गया है। इससे पहले "ट्राईसिटी टुडे" ने एक वीडियो बीते बुधवार को चलाई थी, इसमें दिख रहा था कि काफी गाड़ियां पानी में डूब गई है। जिले में हालत लगातार बद से बदतर होते जा रहे हैं।