Gautam Buddh Nagar : यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Expressway Authority) के दायरे से हाथरस जिले के 23 गांव बाहर हो जाएंगे। फिलहाल सभी गांव अथॉरिटी के अधिसूचित क्षेत्र में हैं। लेकिन राज्य सरकार हाथरस में नगर पंचायत और यूपीएसआईडीसी नया औद्योगिक शहर बसाने की तैयारी में है। उसको देखते हुए यह फैसला लिया गया है। इन गावों को डिनोटिफाइड कराने के लिए जल्दी शासन को पत्र भेजा जाएगा। बीते दिनों ही प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह ने गावों की लिस्ट राज्य सरकार को उपलब्ध कराई थी।
दरअसल यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, हाथरस, अलीगढ़, मथुरा व आगरा जिलों के गांव आते हैं। इन जिलों के 1188 गांव अथॉरिटी के अधिसूचित क्षेत्र में आते हैं। हाथरस जिले के 421 गांव प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में आते हैं। दरअसल हाथरस जिले में एक नई नगर पंचायत, यूपीएसआईडीसी नया शहर बसाने के साथ ही एक और परियोजना पर काम शुरू होने जा रहा है। इसके चलते हाथरस के 23 गांव प्राधिकरण क्षेत्र से बाहर हो जाएंगे।
पहली बार डीनोटिफाइड करके यमुना प्राधिकरण क्षेत्र से इन गांवों को बाहर करने की तैयारी है। यमुना प्राधिकरण ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। जल्द ही ये प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। पिछले दिनों यमुना प्राधिकरण में अन्य जनपदों के अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी। इस बैठक में भी यह मुद्दा उठा था। इसके बाद 23 गांवों को प्राधिकरण क्षेत्र से बाहर करने की तैयारी है। बैठक में भी इस पर सहमति बन गई थी। इन गांवों के बाहर निकल जाने के बाद प्राधिकरण का दायरा कम हो जाएगा।