Google Image | अनाथ बच्चों को 12वीं तक मुफ्त शिक्षा देगा यह संस्थान
कोरोना महामारी की वजह से लाखों परिवार उजड़ गए हैं। कुछ परिवारों में सूखी रोटी कमाने वाले भी नहीं रहे। ऐसे में उनके बच्चों के सामने पेट पालने के साथ-साथ पढ़ाई की अनिश्चितता भी बनी हुई है। आखिर उनकी पढ़ाई का खर्च कौन वहन करेगा। ऐसे मुश्किल वक्त में कोरोना महामारी से अनाथ हुए बच्चों को किसान मजदूर आदर्श इण्टर कालेज रिठौरी कक्षा एक से 12 तक निःशुल्क पढ़ाएगा। कॉलेज की प्रबंध समिति की शुक्रवार को हुई ऑनलाइन बैठक में यह निर्णय लिया गया।
बैठक में कॉलेज के प्रबन्धक विदेश भाटी एडवोकेट, अध्यक्ष राजेन्द्र, सूबेराम, लाला बद्री प्रसाद, योगेश भाटी, बिसन प्रधान, चमन भाटी, महेश गुप्ता आदि शामिल हुए। प्रबंधक ने बताया कि समिति ने यह फैसला सर्वसम्मति से लिया है। प्रबंध समिति ने बताया कि गौतमबुध नगर में कोरोना महामारी की वजह से कई परिवार तबाह हो गए हैं। खास तौर पर कम आय वाले कई परिवारों में कमाने वाले ही नहीं बचे। ऐसे में उनके बच्चों की पढ़ाई का खर्च वहन करना परिजनों के लिए चुनौती भरा है। उन्हें पेट पालने के लिए ही संघर्ष करना होगा। इससे बच्चों का भविष्य अंधेरे में रहेगा। इसलिए प्रबंध समिति ने इन सभी को मुफ्त शिक्षा देने का फैसला लिया है।
पहले टीकाकरण, फिर परीक्षाएं
कोरोना वायरस संक्रमण के बीच परीक्षाओं को लेकर अभी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। यह मांग उठने लगी है कि पहले बच्चों को टीका लगाया जाए, उसके बाद परीक्षा का आयोजन हो। समाजवादी पार्टी के नेता लोकेश भाटी ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने युवाओं की चिंता करते हुए कहा है कि पहले टीका लगाया जाए, फिर परीक्षा कराई जाए। छात्रों के लिए यही सही है। शासन-प्रशासन को इस पर जल्द फैसला लेना चाहिए। बिना टीकाकरण कराए परीक्षाएं कराना जोखिमभरा होगा।