Greater Noida News : शहर में सड़कोंको खूबसूरत बनाने के लिए के रोड के किनारों पर पेड़ लगाए गए हैं। इसके साथ ही पेड़ों की जड़ों तक टाइल्स भी लगाई गयी है। लेकिन यह टाइल्स पेड़ों के लिए हानिकारक है। इस मामले में विक्रांत तोंगड़ की रिपोर्ट मिलने के बाद नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने सख्ती दिखाई है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) ने टाइल्स हटाने का काम तत्काल प्रभाव से शुरू कर दिया है। कम से कम एक वर्गमीटर में टाइल्स को हटाया जा रहा है। इस संबंध में सभी वर्क सर्किल के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। अधिकारी खुद निरीक्षण कर यह देख रहे हैं कि कहां पेड़ों के आस-पास तक टाइल्स लगी हैं। एनजीटी ने बीते हफ्ते प्राधिकरण के सीईओ को नोटिस भेजा था।
विक्रांत तोंगड़ ने एनजीटी में याचिका दी
आपको बता दें कि एनजीटी ने दो साल पहले ही आदेश दिया था कि जिन पेड़ों की जड़ों में टाइल्स लगा दी गई हैं, उनको एक वर्गमीटर तक खाली किया जाए, ताकि उनमें पानी और खाद डाला जा सके। इसके बाद भी ग्रेटर नोएडा में मुख्य सड़कों सहित सेक्टरों के अंदर जगह- जगह पर पेड़ों की जड़ों के पास तक टाइल्स लगाने का काम जारी रहा। पूर्व में लगी टाइल्स को भी नहीं हटाया गया। प्राधिकरण द्वारा कार्रवाई न किए जाने पर पर्यावरण कार्यकर्ता विक्रांत तोंगड़ ने एनजीटी में याचिका दायर की थी।
पेड़ के पास से टाइल्स हटाने का काम शुरू
मामला संज्ञान में आने के बाद एनजीटी ने प्राधिकरण सीईओ को तलब किया। इसके बाद अब ऐसी टाइल्स को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिकारी मौके पर जाकर निरीक्षण कर रहे हैं। जल्द से जल्द टाइल्स को हटाकर इसकी रिपोर्ट एनजीटी में सौंपनी होगी। सभी वर्क सर्किल के अधिकारियों से कहा गया कि इस काम को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
नोटिस भेजने के बाद जगे अधिकारी
विक्रांत तोंगड़ ने बताया कि पेड़ की जड़ों तक टाइल्स लगाने पर एनजीटी पहले भी आपत्ति जाता चुका है। नोटिस भेजने और दिशा निर्देश जारी किए जाने के बाद भी प्राधिकरण पर कोई असर नहीं पड़ा। विकास और सुंदरता के नाम पर सड़क के किनारे पेड़ों की जड़ों तक टाइल्स लगा दी गई है। पेड़ों के पास एक वर्गमीटर में लगी टाइल्स को हटाने का काम शुरू कर दिया है। अब जाकर एनजीटी के आदेश का पालन किया जा रहा है।