Tricity Today | योग की मदद से कार्य और स्वास्थ्य के बीच संतुलन बना रहा एनसीआरबी
New Delhi : आज के तेज-रफ्तार जीवन में कार्य और स्वास्थ्य के बीच संतुलन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है। विशेष रूप से कानून-व्यवस्था से जुड़े क्षेत्रों में काम करने वाले पेशेवरों के लिए यह और भी मुश्किल हो जाता है, लेकिन नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) के निदेशक आईपीएस अफसर विवेक गोगिया के नेतृत्व में इस चुनौती का सामना सफलतापूर्वक किया जा रहा है। गोगिया ने NCRB के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए योग को एक दैनिक अनुष्ठान के रूप में शामिल किया है। जिससे न केवल उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हुआ है, बल्कि उनके काम करने की क्षमता और समर्पण में भी वृद्धि हुई है।
योग के माध्यम से तनाव मुक्त जीवन की ओर
NCRB के निदेशक विवेक गोगिया का मानना है कि योग एक ऐसा साधन है जो कर्मचारियों को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करता है। उन्होंने कहा, "हमारे जैसे चुनौतीपूर्ण कार्यक्षेत्र में जहां कार्य का दबाव और तनाव अधिक होता है, योग हमें एक नई ऊर्जा और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता प्रदान करता है। यह हमें हमारे प्रोफेशनल और व्यक्तिगत जीवन में संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।"
तनाव होगा कम, मिलेगी ताजगी
NCRB के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की दिनचर्या में योग को शामिल किया गया है। इसमें सूर्य नमस्कार, प्राणायाम और ध्यान जैसे योगासन प्रमुख रूप से सिखाए जाते हैं, जो उनके तनाव को कम करने और शारीरिक सहनशक्ति को बढ़ाने में सहायक हैं। इसके अलावा योग दिवस के मौके पर भी ब्यूरो में विशेष आयोजन किए जाते हैं, जिसमें पूरे उत्साह के साथ भाग लिया जाता है।
सार्वजनिक सुरक्षा तक का समर्पण
विवेक गोगिया ने वर्ष 1991 बैच के AGMUT कैडर के आईपीएस अधिकारी के रूप में अपनी सेवा शुरू की थी। NCRB में उनके नेतृत्व में संस्था ने न केवल अपराध प्रबंधन और जांच में महत्वपूर्ण प्रगति की है, बल्कि कर्मचारियों के समग्र स्वास्थ्य को भी प्राथमिकता दी है। उनका यह दृष्टिकोण न केवल संगठन की कार्यक्षमता में सुधार लाता है, बल्कि अधिकारियों को मानसिक रूप से सशक्त बनाता है। गोगिया ने कहा, "स्वस्थ शरीर और मन के बिना हम अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ नहीं निभा सकते। योग हमारी मानसिक सहनशीलता और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है। हम इसे अपने दैनिक जीवन में अपनाकर जनता की सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत बना सकते हैं।"
इनमें एकाग्रता का भी बड़ा योगदान
NCRB ने अपने अपराध प्रबंधन और सार्वजनिक सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कई नई तकनीकों को भी अपनाया है। नेशनल डेटाबेस ऑफ़ सेक्सुअल ऑफेंडर्स (NDSO), क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स (CCTNS) और इंटीग्रेटेड मॉनिटरिंग ऑफ क्राइम एंड क्रिमिनल एक्टिविटीज़ (IMCCA) जैसे प्रोजेक्ट्स के माध्यम से NCRB देश की सुरक्षा को सुदृढ़ कर रहा है। इन सभी में सफलता के पीछे कर्मचारियों की मानसिक शांति और एकाग्रता का भी बड़ा योगदान है, जो योग के अभ्यास से संभव हो पाता है।
NCRB का जनता के लिए समर्पण
NCRB के निदेशक विवेक गोगिया की यह पहल दर्शाती है कि NCRB केवल कानून व्यवस्था और अपराध प्रबंधन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह संगठन अपने कर्मचारियों के व्यक्तिगत स्वास्थ्य और मानसिक शांति के प्रति भी समान रूप से प्रतिबद्ध है। योग के माध्यम से संगठन ने कार्य और व्यक्तिगत जीवन के बीच संतुलन बनाने की दिशा में एक अनूठी पहल की है, जो देश की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को और भी मजबूत बनाती है।