Uppcl Surveyed The Tubewells Of 6 Villages Of Greater Noida
'ट्राईसिटी टुडे' की खबर का असर : यूपीपीसीएल ने ग्रेटर नोएडा के 6 गांवों में किया सर्वे, अब जल्द शुरू होगी पेयजल आपूर्ति, अफसर लगा रहे थे 90 दिनों से चक्कर
Greater Noida : एक बार फिर 'ट्राईसिटी टुडे' की खबर का असर देखने को मिला है। जो काम ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अफसर 90 दिनों में नहीं कर पाए, उसको 'ट्राईसिटी टुडे' ने केवल 12 घंटे के भीतर कर दिया है। ग्रेटर नोएडा के 7 गांव में लोगों को पानी पिलाने के लिए ट्यूबेल बनकर तैयार हो गए हैं। प्राधिकरण के अधिकारी पिछले करीब 90 दिनों से बिजली कनेक्शन के लिए यूपीपीसीएल के कार्यालय में चक्कर काटने हैं, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी अथॉरिटी को बिजली कनेक्शन नहीं दे रहे हैं। बुधवार को आपके पसंदीदा न्यूज बेबपोर्टल 'ट्राईसिटी टुडे' ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और अब गुरुवार की सुबह इस मामले में एक्शन लिया गया है। गुरुवार की सुबह यूपीपीसीएल के अफसरों और कर्मचारियों ने इन 7 गांवों में लगे ट्यूबेल का जायजा लिया।
इन 7 गांवों में लगे ट्यूबेल, लेकिन नहीं मिला बिजली कनेक्शन
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने "हर घर नल-हर घर जल" योजना के तहत ग्रेटर नोएडा वेस्ट के पतवाड़ी, शाहबेरी, रोजा-याकूबपुर, मिल्क, हैबतपुर, रोजा-जलालपुर और अच्छेजा गांव में लोगों को पेय जल उपलब्ध कराने के लिए ट्यूबेल लगाए हैं। ट्यूबेल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा लगाए गए हैं। प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि ट्यूबेल लगकर तैयार हो गए हैं, लेकिन बिजली कनेक्शन नहीं होने के कारण ट्यूबेल चालू नहीं हो पा रहे हैं। मार्च महीने से ट्यूबेल चालू करने के लिए स्टीमेट बनाने के लिए लगातार अधिकारी यूपीपीसीएल दफ्तर में चक्कर काट रहे हैं, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी कनेक्शन देने का नाम नहीं ले रहे हैं। इससे हर घर योजना परवान नहीं चढ़ पा रही है।
सुरेंद्र सिंह के पत्र के बाद नहीं टस से मस नहीं हुए अफसर
बताया जा रहा है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेंद्र सिंह ने काफी बार बिजली विभाग के अधिकारियों को पत्र भी भेजा, लेकिन उसके बावजूद भी यूपीपीसीएल के अधिकारी टस से मस होने का नाम नहीं ले रहे थे। आलम यह है कि यूपीपीसीएस की इस नजरअंदाज के कारण ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित 7 गांव के लोग गंदा जल पीने के लिए मजबूर है।
अफसरों ने लिया जायजा
इस मामले की जानकारी मिली तो 'ट्राईसिटी टुडे' ने इस मुद्दे को काफी प्रमुखता ने उठाया। खबर लिखने के बाद यूपीपीसीएल के अफसरों और कर्मचारियों ने इस मामले में एक्शन लिया। अफसरों ने गुरूवार की सुबह इन 7 गांवों का जायजा लिया।