Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ऐस सिटी (ACE City) हाऊसिंग सोसायटी में आजकल बवाल चल रहा है। पहले अपार्टमेंट ऑनर्स एसोसिएशन में पारदर्शिता की कमी बताते हुए कई पदाधिकारियों ने इस्तीफे दे दिए। अब निवासियों ने एओए के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रविवार को दिनभर सोसायटी में बवाल हुआ। लोगों ने एओए के खिलाफ धरना दिया। पुलिस सोसायटी में पहुंची। निवासियों ने एओए के अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके खिलाफ बिसरख कोतवाली में शिकायत दी गई है। दूसरी ओर एओए अध्यक्ष ने आरोपों को नकार दिया है।
क्या है मामला
नितिन शर्मा ने बताया कि टॉवर-ई के नीचे वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट है। वह फंक्शनल नहीं है। जिसकी वजह से बदबू और पॉल्यूशन होता है। इसी सीवर के नीचे बेसमेंट में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट है। टॉवर के सामने पार्क का कूड़ा पड़ा रहता है। वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट फंक्शनल नहीं होने की वजह से बिल्डर से हैंडओवर नहीं लेने के लिए कहा था। इसके बावजूद बिल्डर से हैंडओवर ले लिया गया है। कई बार शिकायत की गई है। एओए के अध्यक्ष और बाकी लोग महीनों से सुनवाई नहीं कर रहे हैं। रविवार को समस्याओं के खिलाफ धरना शुरू किया। एओए के अध्यक्ष सुनवाई करने की बजाय पुलिस को बुला लेते हैं।
सोसाइटी के निवासी ओम चौधरी ने बताया कि यह समस्या पिछले 2 सालों से चली आ रही हैं। पूरी सोसाइटी का कचरा एक जगह पर इकट्ठा हो रहा है। सोसाइटी के निवासी कई दिनों से इस समस्या को लेकर परेशान हैं। लोग खुली हवा नहीं ले पा रहे हैं। इस समस्या के हल को लेकर बिल्डर और एओए से कई बार अपील की गई है लेकिन उसके बावजूद दोनों आनाकानी कर रहे हैं। अगर इस मसले का हल नहीं निकाला और अगर कोई बीमार होता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। इस मामले में ट्राइसिटी टुडे ने ऐस सिटी एओए अध्यक्ष राजीव से बात करने का प्रयास किया। लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।