गलगोटिया कॉलेज में जुटेंगे देश-विदेश के दिग्गज, जानिए क्या है कार्यक्रम 

Greater Noida News : गलगोटिया कॉलेज में जुटेंगे देश-विदेश के दिग्गज, जानिए क्या है कार्यक्रम 

गलगोटिया कॉलेज में जुटेंगे देश-विदेश के दिग्गज, जानिए क्या है कार्यक्रम 

Tricity Today | प्रेस वार्ता

Greater Noida News : गलगोटियाज विश्वविद्यालय, पर्यावरण और सामाजिक विकास संघ के संयुक्त रूप से चौथे विश्व पर्यावरण शिखर सम्मेलन 2023 का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी गलगोटिया विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर अवधेश कुमारा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।

ये लेंगे भाग
गलगोटियास विश्वविद्यालय के प्रो. वाइस चांसलर अवधेश कुमारा ने कहा कि सम्मेलन सीएसआईआर-एनईईआरआई, डॉ. भीम राव अंबेडकर कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय, भारतीय प्राणी सर्वेक्षण, कोलकाता, एमओईएफ एंड सीसी, भारत सरकार, जीआरसी इंडिया, एमएसएमई सीसीआईआई के साथ सहयोग और विला कॉलेज मालदीव, त्रिभुवन विश्वविद्यालय और काठमांडू नेपाल के साथ साझेदारी में 4-6 नवंबर 2023 को (4 और 5 नवंबर को हाइब्रिड मोड द्वारा) और (6 नवंबर को ऑनलाइन मोड द्वारा) ग्रेटर नोएडा के गलगोटियास यूनिवर्सिटी में होगा। इसमें जूलॉजिकल सोसाइटी ऑफ बांग्लादेश भी शामिल होगी।

छात्रों के बड़ी संख्या में भागीदारी की उम्मीद
कार्यक्रम के संयोजक और गलगोटियास विश्वविद्यालय के मार्केटिंग विभाग के डायरेक्टर राज भाटी ने बताया कि इस कार्यक्रम में हमें दुनियाभर से शिक्षाविद, वैज्ञानिक, चिकित्सक, नीति निर्माता, शोधकर्ता, पर्यावरणवादी, शिक्षाविद, पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, सिविल सोसायटी, औद्योगिक जगत के प्रतिष्ठित व्यक्तियों और छात्रों के बड़ी संख्या में भागीदारी की उम्मीद है।

वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण पर चर्चा
डॉ. जितेंद्र नगर उपाध्यक्ष ईएसडीए इंडिया ने कहा कि आज पूरी दुनिया के लिये पर्यावरण एक गंभीर समस्या बन चुकी है। उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण दोनों ही इसके महत्वपूर्ण कारक हैं। पर्यावरण की सुरक्षा के लिये आज पूरी दुनिया को ज़मीनी स्तर पर बहुत ही ईमानदारी के साथ ठोस कदम उठाने होंगे। इस सम्मेलन में भी पर्यावरण की सुरक्षा के लिये विशेष सत्र रखा गया है।

समस्याओं का समाधान
गलगोटियास विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डा. के मल्लिकार्जुन बाबू ने कहा कि वृद्धि, शहरीकरण और औद्योगिकी से उत्पन्न वैशिष्ट्य ग्रोथ के परिणाम स्वरूप बढ़ती वैशिष्ट्य ग्रोथ, वातावरण प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन जैसी वैशिष्ट्य ग्रोथ से उत्पन्न होने वाली वैशिष्ट्य समस्याओं को तेजी से समाधान की आवश्यकता है। 2030 के लिए संवर्द्धनशील विकास और पेरिस समझौता ने उद्देश्यों को निर्धारित किया है, लेकिन प्रगति सीमित रह गई है। विश्व पर्यावरण सम्मेलन मिलन 2023 इन समस्याओं का समाधान करने के लिए हिस्सेदारों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखता है।

प्रतिभागी गणना 600 से अधिक
गलगोटियास विश्वविद्यालय के डायरेक्टर ऑपरेशन सुश्री आराधना गलगोटिया ने कहा कि चार महाद्वीपों के प्रतिनिधियों और 22 भारतीय राज्यों से सक्रिय प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। कुल प्रतिभागियों की संख्या 600 से अधिक हो चुकी है। यह भारत के पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करने वाला सबसे बड़ा संगठन बन गया है।

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