Tricity Today | युवकों को जूतों की माला डालकर घुमाया
एक तालिबानी पंचायत ने दो युवकों और उनके माता-पिता को पकड़कर अपना फैसला सुनाया
युवकों को पीटा और उनके गले में जूते-चप्पलों की माला डालकर घुमाया गया
जब यह सजा भी कम लगी तो दोनों युवकों के परिवारों को समाज से हुक्का-पानी गिराने की धमकी दी गई है
संतुष्टि नहीं हुई तो लाठी से मारपीट की गई
आज हम आपको एक सनसनीखेज मामले की जानकारी दी जा रहे हैं। आपको लगेगा कि पुलिस, थाने और कानून कहां हैं। एक तालिबानी पंचायत ने दो युवकों और उनके माता-पिता को पकड़कर अपना फैसला सुनाया। युवकों को पीटा और उनके गले में जूते-चप्पलों की माला डालकर घुमाया गया। जब यह सजा भी कम लगी तो दोनों युवकों के परिवारों को समाज से हुक्का-पानी गिराने की धमकी दी गई है।
यह घटनाक्रम देश के सबसे आधुनिक शहरों में से एक ग्रेटर नोएडा का है। दादरी कस्बे के नई आबादी मोहल्ले में तीन मई को तालिबानी पंचायत बुलाई गई। पंचायत के सामने दो लड़के और उनके मां-बाप पेश किए गए। इन सबको आरोपी बनाकर जमीन पर बैठाया गया। इसके बाद इनके खिलाफ पंचायत ने बाकायदा मुक़दमे की सुनवाई शुरू की।
आरोप था कि लड़कों ने पड़ोस में रहने वाली एक लड़की के फोटो लिए। उन्हें शॉप किया और फिर अपने साथियों को भेज दिया। मामला खुल गया और लड़की के परिवार तक पहुंच गया। इसके बाद यह पंचायत बुलाई गई। ख़ास बात यह कि लड़कों को इस गंभीर अपराध की कानूनन सजा दिलाने की बजाय इन लोगों ने खुद कानून को अपने हाथों में ले लिया।
इस तालिबानी पंचायत के सरपंच से तार्रुफ़ करवाते हैं। उसने बाकायदा पहले कुर्सी पर बैठकर मुकदमा सुना और फिर युवकों की खुद पिटाई की। पंचायत में शामिल दूसरे लोगों से भी करवाई। ये खुद एक शिक्षक हैं। दादरी कस्बे के पास सरकारी जूनियर हाईस्कूल के टीचर लईक अहमद हैं। वैसे तो इनकी जिम्मेदारी बच्चों को पढ़ाकर कानून परस्त बनाना है लेकिन मास्टरजी खुद ही कानून तोड़कर कोतवाल, जज और अदालत बन गए।
अब दूसरे सरपंच के बारे में जानिए। इसने तो सारी हदें पार कर दीं। पहले दोनों लड़कों को पीटा और फिर उनके गले में जूते-चप्पलों की माला डालकर शर्मसार किया गया। लड़के बार-बार कहते रहे कि उनके पास और फोटो नहीं हैं। फिर भी संतुष्टि नहीं हुई तो लाठी से मारपीट की गई। कानून के मुताबिक तो इन लड़कों के खिलाफ पुलिस से शिकायत की जानी चाहिए थी लेकिन अब पंचायत ने दोनों लड़कों और उनके परिवारों का हुक्का-पानी बिरादरी से गिराने का हुक्म सुनाया है। सारे लोग दहशत में हैं। यह पंचायत पीड़ित लड़की को इन्साफ तो क्या देती, लड़कों और इनके परिवारों के साथ भी घिनौना अपराध कर बैठी।
लड़कों और उनके परिजनों का कहना है कि लड़की वालों ने पहले पुलिस से शिकायत थी। बाद में अपनी शिकायत वापस ले ली और मामला खत्म हो गया था। लेकिन कुछ लोग समाज के ठेकेदार बन गए और उन्हें बिना वजह प्रताड़ना दी गई। शर्मसार करने के लिए वीडियो बनाया गया और सोशल मीडिया पर शेयर भी किया। अब देखना है गौतमबुद्ध नगर पुलिस क्या कदम उठाती है। ग्रेटर नोएडा के पुलिस उपायुक्त राजेश सिंह ने कहा कि सारे जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।