Lucknow/Greater Noida : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर बुधवार को उत्तर प्रदेश शासन ने हाईलेवल बैठक हुई। इस बैठक में एयरपोर्ट की सुरक्षा, वाटर मैनेजमेंट, मौसम सिस्टम, कस्टम और कार्गो समेत कई मुद्दों पर अहम चर्चा हुई है। जिसमें इसका फैसला हो गया है कि देश के सबसे बड़े हवाईअड्डे की सुरक्षा सीआईएसएफ (CISF) करेगी। इसके अलावा वाटर मैनेजमेंट की चर्चा में मुहर लगी कि 15 दिन गैंग नहर से पानी मिलेगा और 3 बड़े वाटर टैंक बनाने होंगे। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर ट्यूबवेल से पानी ले सकते हैं। प्रत्येक बिल्डिंग में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना जरूरी होगा।
इन सभी मुद्दों पर लगी फाइनल मुहर
जेवर एयरपोर्ट संयुक्त समन्वय समिति की बैठक में कस्टम, इमीग्रेशन, सीआईएसएफ, मौसम विभाग के अलावा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड, यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में बताया गया कि सीआईएसफ ने एयरपोर्ट का सुरक्षा प्लान तैयार कर लिया है। यह प्लान साझा कर दिया गया है। सुरक्षा प्लान में बताया गया है कि एयरपोर्ट की सुरक्षा किस तरह से होगी, कहां-कहां जवान तैनात किए जाएंगे। बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि एयरपोर्ट परिसर कस्टम, इमीग्रेशन और मौसम विभाग का भी दफ्तर बनेगा।
टाटा प्रोजेक्ट्स को मिला निर्माण का जिम्मा
आपको बता दें कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर निर्माण कार्य का जिम्मा टाटा प्रोजेक्ट्स को मिला है। टाटा प्रोजेक्ट्स रनवे और काफी निर्माण कार्य करेगी। टाटा प्रोजेक्ट्स इस वक्त दिल्ली में संसद भवन की नई इमारत, मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक, ईस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर के अलावा मुंबई, पुणे, दिल्ली, लखनऊ, अहमदाबाद और चेन्नई में मेट्रो परियोजनाओं पर काम कर रही है।
आईसीएडी एयरपोर्ट को बनाएगी डिजिटल
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड को सिविल वर्क आवंटित किया गया है। यह एयरपोर्ट पूरी तरह से डिजिटल होगा। इसके लिए अभी से तैयारी शुरू हो गई है। वाईआईएपीएल ने मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटर (एमएसआई) सलाहकार के रूप में आईसीएडी से समझौता किया है। दुनिया में डिजिटल हवाई अड्डे के निर्माण के लिए आईसीएडी की एक अलग पहचान है।
पिछले साल 25 नवम्बर को पीएम मोदी ने किया था शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल 25 नंवबर 2021 को जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखी थी। इस प्रोजेक्ट को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बनाया जा रहा है। ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी पहले चरण में 5,700 करोड़ रुपए निवेश कर रही है। इस एयरपोर्ट के 2024 में शुरू होने की उम्मीद है।