ग्रेटर नोएडा में बनेगी दुनिया की सबसे बड़ी रोबोटिक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी, सीएम योगी ने काटा फीता

अच्छी खबर : ग्रेटर नोएडा में बनेगी दुनिया की सबसे बड़ी रोबोटिक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी, सीएम योगी ने काटा फीता

ग्रेटर नोएडा में बनेगी दुनिया की सबसे बड़ी रोबोटिक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी, सीएम योगी ने काटा फीता

Tricity Today | सीएम योगी ने काटा फीता

  • प्रदेश के युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए कंपनियों का किया आह्वान
  • 1 वर्ष में जमीन से लेकर उत्पादन शुरू कराने में ग्रेनो प्राधिकरण के सहयोग को सराहा
  • सीएम ने कहा कि, प्रदेश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का यह ताजा उदाहरण
Greater Noida : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सेक्टर इकोटेक 10 स्थित रोबोट निर्माता कंपनी एडवर्ब टेक्नोलोजी का औपचारिक शुभारंभ किया। जमीन आवंटन से लेकर उत्पादन शुरू करने तक की प्रक्रिया को 1 वर्ष में पूरा कराने पर मुख्यमंत्री ने औद्योगिक विकास विभाग और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सराहना की।

3000 युवाओं के लिए रोजगार अवसर
कंपनी परिसर में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा के दोबारा सत्ता में आने के बाद इनवेस्टर समिट का आयोजन किया गया, जिसमें एडवर्ब कंपनी ने एग्रीमेंट किया। 1 वर्ष में इतना बड़ा संस्थान खड़ा हो गया। इसमें 3000 युवाओं के लिए रोजगार का सृजन हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर एनसीआर में होने के बावजूद निवेशकों में यहां के प्रति धारणा नकारात्मक थी, लेकिन पिछले 6 वर्षों में यह धारणा बदली है। भाजपा की सरकार आने से पहले कुछेक जिले ही निवेश के केंद्र थे, लेकिन अब प्रदेश के सभी जिलों में निवेश हो रहा है। उन्होंने कहा कि विगत फरवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश को 36 लाख करोड़ रुपए के प्रस्ताव प्राप्त हुए। उसमें सबसे ज्यादा गौतमबुद्ध नगर में निवेश के प्रस्ताव हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की रोड व एयर कनेक्टिविटी बहुत बेहतर हुई है। हमारी सरकार से पहले प्रदेश में दो एयरपोर्ट थे, अब नौ एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। 12 एयरपोर्ट पर काम चल रहा है जबकि 5 अंतर्राष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट इसी वर्ष के अंत तक चालू करने की कोषिष है। एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जेवर के पास इसी जिले में बन रहा है। ईस्टर्न व वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर उत्तर प्रदेश में है और इसी जिले से होकर गुजर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा बनारस से हल्दिया वाटर-वे शुरू करने के बाद अन्य जगहों पर भी वाटर वे पर काम चल रहा है। उत्तर प्रदेश में 5.50 लाख एमएसएमई हैं। उन्होंने कंपनियों से आह्वान किया कि प्रदेष के युवाओं को हुनरमंद बनाने में अपनी सहभागिता निभाएं। युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं से युवाओं को जोड़ें। ऐसा करने से उत्तर प्रदेश हुनरमंद युवाओं का सबसे बड़ा केंद्र बन सकता है।

कंपनी का औपचारिक शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने एडवर्ब कंपनी को जमीन आवंटन से लेकर प्रोडक्शन शुरू करने तक की प्रक्रिया को एक साल में पूरा कराने में औद्योगिक विकास विभाग और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सहयोग की सराहना की। निवेशकों से उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने में सहभागिता देने के लिए आह्वान किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एडवर्ड कंपनी के हुनरमंद युवाओं को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए। इससे पहले मुख्यमंत्री ने फीता काटकर इस कंपनी का औपचारिक शुभारंभ किया। उन्होंने कंपनी परिसर में ही पौधे भी रोपित किए और एडवर्ड में कंपनी का भ्रमण भी किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, प्रभारी मंत्री बृजेश सिंह, स्थानीय सांसद डॉ महेश शर्मा, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, दादरी से विधायक तेजपाल नागर, प्रदेश सरकार में सलाहकार अवनीश अवस्थी, अरविंद कुमार औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह, नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी, एसीईओ मेधा रूपम, एसीईओ अमनदीप डुली, एसीईओ आनंद वर्धन, कंपनी के चेयरमैन जलज दानी व सीईओ संगीत कुमार भी मौजूद रहे।

कंपनी ने एक साल में पूरा किया जमीन से लेकर उत्पादन तक का सफर
ग्रेटर नोएडा की पहली रोबोटिक्स कंपनी एडवर्ब टेक्नोलोजी ने सेक्टर इकोटेक 10 के भूखंड संख्या 93 के 04 फरवरी 2022 को प्राधिकरण की स्कीम के जरिए आवेदन किया। प्राधिकरण ने 21 मार्च 2022 को भूमि का आवंटन कर दिया। ये आवंटन रोबोटिक्स व वेयरहाउसिंग ऑटोमेशन के लिए किया गया। परियोजना विभाग की तरफ से 59379 वर्ग मीटर का लीज प्लान जारी किया गया। 17 मई 2022 को इसकी लीज डीड करा दी गई। 03 जून 2023 को भूखंड पर कब्जा दे दिया गया। कंपनी ने लगभग एक साल भूखंड पर निर्माण कार्य को पूरा कर कार्यपूर्ति प्रमाणपत्र प्राप्त कर लिया और अब उत्पादन शुरू करने जा रही है। इस तरह आवेदन से लेकर कंपनी में प्रोडक्षन तक की प्रक्रिया लगभग डेढ़ साल ही लगे हैं। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। कंपनी की तरफ से भूखंड आवंटन से लेकर उत्पादन तक की प्रक्रिया में फास्ट प्रोसेस के लिए प्राधिकरण की जमकर सराहना की गई।

इस कंपनी ने पहले चरण में 200 करोड़ रुपए का का निवेश किया है। करीब 3000 युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। कंपनी ने आने वाले वर्षों में 300 करोड़ रुपए और निवेश की बात कही है। एडवर्ब कंपनी के सीएफओ आशु कंसल ने बताया कि ये रोबोट्स देश की जानी मानी कंपनियों में माल ढुलाई में मदद करेंगे। इनसे मानव रोजगार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, बल्कि इनको चलाने के लिए हुनरमंद युवाओं की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने आने वाले दिनों में मेडिकल क्षेत्र में रोबोट के इस्तेमाल भावना जताई।

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