Greater Noida News : यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी गांवों की पेरीफेरल बाउंड्री करने का निर्णय लिया है। यह महत्वपूर्ण कदम सोमवार को प्राधिकरण की बैठक में उठाया गया, जिसके तहत सबसे पहले 15 गांवों का सर्वे किया जाएगा और वहां पेरीफेरल बाउंड्री का निर्माण होगा। इस पेरीफेरल बाउंड्री का उद्देश्य गांवों की स्पष्ट सीमाएं तय करना और उन्हें आधुनिक विकास से जोड़ना है। यह बाउंड्री कोई दीवार नहीं होगी, बल्कि इसके स्थान पर सड़क बनाई जाएगी, जो गांवों की परिधि को सेक्टरों से जोड़ेगी और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी।
गांवों के चारों ओर बनेगी सड़क
इस परियोजना के अंतर्गत प्राधिकरण ने निर्णय लिया है कि गांवों के चारों तरफ़ सड़कें बनाई जाएंगी, जो उन्हें सभी सेक्टरों से जोड़ेंगी और गांव की परिधि निर्धारित करेंगी। इसी पेरीफेरल रोड के निकट किसानों को मिलने वाले 7% आबादी के भूखंड आवंटित किए जाएंगे। इन भूखंडों को सेक्टर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा, ताकि किसानों को न केवल अपने आवंटित भूमि पर आबादी विकसित करने की सुविधा मिले, बल्कि वे अपनी ज़मीन का व्यावसायिक और रोज़गार के रूप में भी उपयोग कर सकें।
265 गांवों को कवर करेगा प्रोजेक्ट
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में कुल 265 गांव शामिल हैं, जिनमें गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर के गांव शामिल हैं। इन सभी गांवों में पेरीफेरल बाउंड्री बनाई जाएगी, जिससे ग्रामीण विकास को एक नई दिशा मिलेगी। पेरीफेरल बाउंड्री के माध्यम से गांवों की स्पष्ट सीमाएं तय होंगी और शहरीकरण के साथ उनके बेहतर कनेक्शन की व्यवस्था होगी। प्राधिकरण का यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों के विकास और किसानों के हित में लिया गया है, जिससे उन्हें बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और योजनाबद्ध विकास का लाभ मिलेगा।
विकास में तेजी और आधुनिक सुविधाओं से जुड़ाव
इस योजना के तहत गांवों को न केवल सड़क मार्ग से शहरी क्षेत्र से जोड़ा जाएगा, बल्कि किसानों और ग्रामीण निवासियों को भी आवंटित भूखंडों पर आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। इससे उनकी जीवनशैली में सुधार होगा और वे अपने व्यवसाय और आजीविका के लिए नए अवसर पा सकेंगे। यमुना प्राधिकरण का यह प्रयास क्षेत्र के समग्र विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भविष्य में गांवों और शहरी क्षेत्रों के बीच बेहतर समन्वय और संतुलित विकास को प्रोत्साहित करेगा।