Greater Noida News : यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण अगले महीने उद्योगपतियों और कारोबारियों के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आ रहा है। प्राधिकरण जेवर एयरपोर्ट के आसपास छोटे और बड़े दोनों तरह के औद्योगिक भूखंडों की योजना लाने जा रहा है। इससे इलाके में निवेश और रोजगार के नए द्वार खुलेंगे।
दो श्रेणियों में भूखंड आवंटन किया जाएगा
इस योजना की जानकारी देते हुए प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इसमें दो श्रेणियों के भूखंड होंगे। पहली श्रेणी में 4,000 वर्गमीटर से बड़े 91 भूखंड शामिल होंगे। जबकि दूसरी श्रेणी में 450 से 4,000 वर्गमीटर के 62 औद्योगिक प्लॉट होंगे। भूखंडों के आवंटन की पूरी प्रक्रिया और दरों की जानकारी योजना घोषित होने के बाद साझा की जाएगी। हालांकि, अनुमान है कि आवंटन की प्रक्रिया इस बार लॉटरी से की जा सकती है। इससे सभी को निष्पक्ष आवंटन का मौका मिलेगा।
बहुराष्ट्रीय कंपनियों को भी आकर्षित करेगी स्कीम
डॉ. सिंह के मुताबिक यह योजना न केवल स्थानीय उद्योगपतियों और व्यापारियों को आकर्षित करेगी बल्कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए भी एक बड़ा मौका होगी। उन्होंने कहा, "एयरपोर्ट के निकट होने से यहां लैंडिंग लागत काफी कम होगी। साथ ही एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मुंबई जैसे शहरों से कनेक्टिविटी भी बेहतर है।"
एयरपोर्ट के आसपास और जमीन होगी उपलब्ध
जानकारों का मानना है कि एयरपोर्ट पूरी तरह शुरू होने के बाद भी औद्योगिक जमीन की मांग बनी रहेगी। इसलिए प्राधिकरण इसके लिए और भी योजनाओं पर विचार कर रहा है। उद्योग जगत से लगातार मांग आ रही है। हालांकि उद्योगपतियों के साथ-साथ बहुत सारे विशेषज्ञ और अर्थशास्त्री यह भी मानते हैं कि प्राधिकरण को इलाके के विकास के साथ-साथ बुनियादी ढांचे पर भी पर्याप्त और तेजी से ध्यान देना चाहिए। बिजली, पानी, सड़क, सीवरेज जैसी समस्याओं का समाधान होना जरूरी है। यदि यहां का बुनियादी ढांचा मजबूत रहेगा तो ही इलाके में निवेश आकर्षित हो पाएगा।
जून में आएंगी दो आवासीय योजनाएं
यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि यमुना सिटी के सेक्टर-18 और सेक्टर-20 में दो बड़ी हाउसिंग स्कीम लॉन्च करने जा रहे हैं। इन हाउसिंग स्कीम में आवासीय भूखंडों का आवंटन किया जाएगा। इस बार निम्न आय वर्ग वाले परिवारों का ख़ास ख्याल रखा जाएगा। इनके लिए 30 वर्ग मीटर के भूखंडों की योजना घोषित होगी। सीईओ ने आगे कहा, “किसी शहर को मुकम्मल बनाने के लिए कामगारों की बहुत जरूरत होती है। आवासीय सेक्टरों में दैनिक जरूरतों को पूरा करने वालों की बड़ी आवश्यकता होती है। इनके रहने के लिए शहर में पर्याप्त आवास उपलब्ध होने चाहिए। अगर निम्न आय वर्ग वाले परिवारों के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध नहीं रहेगी तो यमुना सिटी में अवैध कॉलोनियों को पनपने का अवसर मिलेगा।”
केवल साढ़े सात लाख में मिलेगा प्लॉट, यह दस्तावेज जरूरी
डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि निम्न आय वर्ग के लिए 30 वर्ग मीटर के 6500 प्लॉट आवंटित किए जाएंगे। इन भूखंडों की क़ीमत केवल साढ़े सात लाख रुपया होगी। भूखंडों पर आवंटी को ढाई मंज़िला घर बनाने की इजाज़त दी जाएगी। घरों के नक़्शे यमुना प्राधिकरण पास करेगा। इन भूखंडों का आवंटन यमुना सिटी के सेक्टर-18 और सेक्टर-20 में किया जाएगा। इन सेक्टरों में पार्क, स्कूल, अस्पताल, बैंक, डाकघर और सामुदायिक केंद्र प्राधिकरण विकसित करके देगा।
मध्यम वर्ग और अमीरों के लिए आएगी भूखंड योजना
अगले महीने यमुना प्राधिकरण एक और आवासीय भूखंड स्कीम लॉन्च करेगा। जिसमें मध्यम वर्ग और अमीरों को आवासीय भूखंडों का आवंटन किया जाएगा। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि इस योजना में 482 भूखंडों को शामिल किया गया है। इनका क्षेत्रफल 300 वर्ग मीटर से 4000 वर्ग मीटर है। इन भूखंडों का आवंटन भी यमुना सिटी के सेक्टर-18 और सेक्टर-20 में किया जाएगा। आवंटन प्रक्रिया लॉटरी के माध्यम से की जाएगी।