Google Image | यमुना प्राधिकरण ने दो चाइल्ड हॉस्पिटल बनाने की कवायद तेज की
यमुना प्राधिकरण (Yamuna Expressway Authority) ने अपने क्षेत्र में 100-100 बेड के दो शिशु अस्पताल बनाने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं
अस्पतालों को बनाने की इच्छुक कंपनियों के साथ सोमवार को प्राधिकरण बैठक करेगा
7 जून को अस्पताल के निर्माण के लिए कंपनियों का चयन कर लिया जाएगा
प्राधिकरण का प्रयास है कि 8 से 10 महीने में ये अस्पताल बन जाएं
कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए यमुना प्राधिकरण (Yamuna Expressway Authority) ने अपने क्षेत्र में 100-100 बेड के दो शिशु अस्पताल बनाने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। इसके लिए प्राधिकरण ने रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (Request for Proposal) निकाल दिया है। अस्पतालों को बनाने की इच्छुक कंपनियों के साथ सोमवार को प्राधिकरण बैठक करेगा। अगले हफ्ते 7 जून को अस्पताल के निर्माण के लिए कंपनियों का चयन कर लिया जाएगा।
कोरोना महामारी की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। इसको देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने तैयारी शुरू कर दी है। प्राधिकरण अपने क्षेत्र में 100-100 बेड के दो शिशु अस्पताल बनवाएगा। इसके लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) निकाला गया है। इसमें प्राधिकरण ने अपनी शर्तों का उल्लेख किया है। प्राधिकरण का प्रयास है कि 8 से 10 महीने में ये अस्पताल बन जाएं। इसमें प्राधिकरण भी पूरी मदद करेगा। शर्तों को मानने वाली कंपनियों को प्राथमिकता के आधार पर जमीन आवंटित की जाएगी। इसके अलावा कुछ और भी मदद प्राधिकरण करेगा ताकि अस्पताल को कम से कम समय में बनाया जा सके।
प्राधिकरण देगा मिलेगी जमीन
आरएफ़पी के मुताबिक, सोमवार को यमुना प्राधिकरण इच्छुक कंपनियों के साथ बैठक करेगा। यह बैठक ऑनलाइन होगी। इसके बाद इच्छुक कंपनियां अपने प्रस्ताव देंगी। 7 जून को प्राधिकरण इन प्रस्तावों पर विचार करके उनको अंतिम रूप देगा। इसी दिन कंपनियों का चयन कर लिया जाएगा, जिन्हें अस्पताल बनाने के लिए जमीन आवंटित की जाएगी।
आवासीय सेक्टर में बनाए जाएंगे
यमुना प्राधिकरण सेक्टर 18 और 20 में ये अस्पताल बनवाएगा। दोनों सेक्टर आवासीय है। यहां करीब 21000 आवासीय भूखंड हैं। इन भूखंडों का आवंटन 2009 में किया गया था। प्राधिकरण अब इन पर कब्जा दे रहा है। अस्पताल कोरोना की तीसरी लहर से निपटने में भी सक्षम होंगे। इसके अलावा आवासीय सेक्टर बसने के बाद यहां रहने वाले लोगों को भी स्वास्थ्य सुविधाएं घर के पास मिल सकेंगी।
शिशु अस्पताल बनवाने के लिए आरएफ़पी निकाली गई है। कंपनियों से प्रस्ताव मांगे गए हैं। प्रस्ताव आने के बाद कंपनियों का चयन कर लिया जाएगा। उसके बाद निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
-डॉ. अरुण वीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण