Greater Noida News : जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास बसने का सपना साकार हो सकता है। केवल पैसे वाले रईसों का ही यह सपना पूरा नहीं होगा, बल्कि मध्यम वर्ग और निम्न आय वर्ग वाले परिवारों को भी भरपूर मौका मिलने जा रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (Yamuna Authority) अगले महीने दो बड़ी रेजिडेंशियल प्लॉट स्कीम लॉन्च करने जा रही है। जिनमें निम्न आय वर्ग, मध्यम वर्ग और अमीरों को भूखंडों के आवंटन किए जाएंगे।
जून में आएंगी दो आवासीय योजनाएं
यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि यमुना सिटी के सेक्टर-18 और सेक्टर-20 में दो बड़ी हाउसिंग स्कीम लॉन्च करने जा रहे हैं। इन हाउसिंग स्कीम में आवासीय भूखंडों का आवंटन किया जाएगा। इस बार निम्न आय वर्ग वाले परिवारों का ख़ास ख्याल रखा जाएगा। इनके लिए 30 वर्ग मीटर के भूखंडों की योजना घोषित होगी। सीईओ ने आगे कहा, “किसी शहर को मुकम्मल बनाने के लिए कामगारों की बहुत जरूरत होती है। आवासीय सेक्टरों में दैनिक जरूरतों को पूरा करने वालों की बड़ी आवश्यकता होती है। इनके रहने के लिए शहर में पर्याप्त आवास उपलब्ध होने चाहिए। अगर निम्न आय वर्ग वाले परिवारों के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध नहीं रहेगी तो यमुना सिटी में अवैध कॉलोनियों को पनपने का अवसर मिलेगा।”
केवल साढ़े सात लाख में मिलेगा प्लॉट, यह दस्तावेज जरूरी
डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि निम्न आय वर्ग के लिए 30 वर्ग मीटर के 6500 प्लॉट आवंटित किए जाएंगे। इन भूखंडों की क़ीमत केवल साढ़े सात लाख रुपया होगी। भूखंडों पर आवंटी को ढाई मंज़िला घर बनाने की इजाज़त दी जाएगी। घरों के नक़्शे यमुना प्राधिकरण पास करेगा। इन भूखंडों का आवंटन यमुना सिटी के सेक्टर-18 और सेक्टर-20 में किया जाएगा। इन सेक्टरों में पार्क, स्कूल, अस्पताल, बैंक, डाकघर और सामुदायिक केंद्र प्राधिकरण विकसित करके देगा।
मध्यम वर्ग और अमीरों के लिए आएगी भूखंड योजना
अगले महीने यमुना प्राधिकरण एक और आवासीय भूखंड स्कीम लॉन्च करेगा। जिसमें मध्यम वर्ग और अमीरों को आवासीय भूखंडों का आवंटन किया जाएगा। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि इस योजना में 482 भूखंडों को शामिल किया गया है। इनका क्षेत्रफल 300 वर्ग मीटर से 4000 वर्ग मीटर है। इन भूखंडों का आवंटन भी यमुना सिटी के सेक्टर-18 और सेक्टर-20 में किया जाएगा। आवंटन प्रक्रिया लॉटरी के माध्यम से की जाएगी।