अजनारा प्रोजेक्ट के 3266 फ्लैट बनाएगा यमुना प्राधिकरण, 42.82 करोड रुपए नहीं देने पर डॉ.अरुणवीर सिंह का बड़ा एक्शन

बड़ी खबर : अजनारा प्रोजेक्ट के 3266 फ्लैट बनाएगा यमुना प्राधिकरण, 42.82 करोड रुपए नहीं देने पर डॉ.अरुणवीर सिंह का बड़ा एक्शन

अजनारा प्रोजेक्ट के 3266 फ्लैट बनाएगा यमुना प्राधिकरण, 42.82 करोड रुपए नहीं देने पर डॉ.अरुणवीर सिंह का बड़ा एक्शन

Google Image | Ajnara Panorama

Greater Noida News : यमुना प्राधिकरण बकाया न चुकाने वाले बिल्डरों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर रहा है। जिसके चलते प्राधिकरण ने अजनारा पैनोरमा का भूमि आवंटन रद्द कर दिया है। अजनारा बिल्डर को प्राधिकरण ने सेक्टर-22ए में 25 एकड़ जमीन दी थी। जिसका बिल्डर पर अभी 42 करोड़ रुपए का बकाया चुकाना बाकी है। प्राधिकरण द्वारा दो बार मौके दिए गए, लेकिन बिल्डर द्वारा अभी तक बकाया चुकाए नहीं गया है। जिसके चलते प्राधिकरण ने यह कार्रवाई की है। इस परियोजना में 3,266 फ्लैट बने हैं। अब इसे प्राधिकरण पूरा कराएगा। 

कई बार नोटिस देने के बाद भी नहीं जमा कराए पैसा 
2010 में अजनारा बिल्डर को यमुना प्राधिकरण ने सेक्टर-22ए में 25 एकड़ जमीन आवंटित की थी। जिसकी रजिस्ट्री बिल्डर ने 2011 में करा ली और फिर इस परियोजना का नाम अजनारा पैनोरमा रख दिया। प्राधिकरण ने बिल्डर की इस परियोजना में 3266 प्लैटों के नक्शे को पास किया था। जिनमें से अब तक 695 प्लेटो का आंशिक पूर्णता प्रमाण पत्र जारी किया जा चुका है। अधिकारियों का कहना है कि बिल्डर द्वारा बची हुई धनराशि को जमा नहीं कराया जा रहा है। 2017 में उसने बकाया राशि का रीशेड्यूलमेंट कराया। जिसके अंतर्गत 1.04 करोड रुपए का नोटिस जारी किया गया जिसके बाद बिल्डर ने केवल 54 लाख रुपए जमा कराएं। एक बार फिर अक्टूबर 2017 में 4.63 करोड रुपए जमा कराने का नोटिस जारी किया गया, लेकिन बिल्डर ने एक भी पैसा जमा नहीं कराया। ऐसे ही अजनारा ने 2019 में फिर रीशेड्यूलमेंट कराया, लेकिन अभी तक कोई पैसा जमा नहीं कराया गया है। 

बिल्डर के जमा कराए गए पैसे को किया जप्त 
यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार इस परियोजना के लिए बिल्डर को 46.87 करोड रुपए जमा किए हैं, लेकिन अभी भी बिल्डर पर 42.82 करोड रुपए और बकाया है। अधिकारियों ने बताया कि बिल्डर के द्वारा जमा कराए गए पैसे को जप्त कर लिया गया है। प्राधिकरण के नियमों के अनुसार बिल्डर से सभी तरह की एनओसी लेने के बाद 25% पैसे को वापस कर दिया जाएगा। 

अब से पहले 9 बिल्डरों के हुए 
यमुना प्राधिकरण द्वारा इससे पहले 4 अप्रैल को 9 बिल्डरों के भूखंडों का आवंटन निरस्त किया गया था। प्राधिकरण बकाया ना देने वाले बिल्डरों पर कोई लापरवाही नहीं बरत रहा है। इन 9 बिल्डरों द्वारा जमा कराए गए 28 करोड़ रुपए को जप्त कर लिया गया है। प्राधिकरण द्वारा जिन बिल्डरों के भूखंड निरस्त किया गए थे उनमें से अभी किसी की भी बिक्री नहीं हुई है। प्राधिकरण के काफी प्रयास के बाद भी बिल्डर द्वारा कोई भी धनराशि जमा नहीं कराई जा रही थी। जिसके बाद बिल्डरों के खिलाफ यह कार्रवाई की गई। 

रीशेड्यूलमेंट का पालन नहीं करने पर होती यह कार्रवाई 
प्राधिकरण का बकाया न चुकाने पर सख्त कार्रवाई की जाती है। जिसके तहत यमुना प्राधिकरण ने इन बिल्डरों के भूखंड के आवंटन को निरस्त कर दिया गया है। प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि भुगतान न होने पर रीशेड्यूलमेंट का नियम है, लेकिन अगर का पालन नहीं किया जाता तो सख्त कार्रवाई की जाती है। रीशेड्यूलमेंट के अंतर्गत 3 किस्तों में पैसा जमा कराना होता है। अगर तीन किस्तों के अंदर पैसा जमा नहीं कराया जाता तो भूमिका आवंटन निरस्त किया जा सकता है। 

प्राधिकरण कराएगा इस परियोजना को पूरा 
यमुना प्राधिकरण अजनारा बिल्डर की इस परियोजना को खुद पूरा कराएगा। अधिकारियों का कहना है कि परियोजना को पूरा कराने के लिए खरीदारों के हित को ध्यान रखा जाएगा। इसी के साथ प्राधिकरण बिल्डर से बैंक की एनओसी लेगा। इसके अलावा यह देखा जाएगा कि खरीदार से कितने पैसे लिए गए हैं। वहीं, खरीदार से संबंधित सभी जानकारी बिल्डर से ले ली जाएगी। जिसके बाद इस परियोजनाओं को पूरा कराने की दिशा में आगे कदम बढ़ाया जाएगा। जिसके बाद इस परियोजना को पूरा कर सभी खरीदारों को उनके फ्लैटों पर कब्जा दे दिया जाए। 

सीईओ का बयान 
यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अरुण वीर सिंह ने बताया कि अजनारा बिल्डर के भूमि के आवंटन को रद्द कर दिया गया है। अब इस परियोजना के फ्लैट खरीदारों को नुकसान ना हो इस को ध्यान में रखते हुए इसको पूरा किया जाएगा। योजना को पूरा करके उन्हें उनके फ्लैट दे दिए जाएंगे।

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