Greater Noida News : यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) की बोर्ड बैठक में गुरुवार को एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें जेवर एयरपोर्ट के पास 100 एकड़ जमीन पर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क बनाने की मंजूरी दी गई है। यह सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क सेक्टर-28 में स्थापित किया जाएगा और इसमें 10,000 वर्ग मीटर के प्लॉट्स अलॉट किए जाएंगे। इस पहल से क्षेत्र में सॉफ्टवेयर उद्योग को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।
आइटी और आइटीएस कंपनियों के लिए बड़ा अवसर
प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि अब तक यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में आइटी और आइटीएस (इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी-संबंधित सेवाएं) उद्यमियों के लिए कोई विशेष सेक्टर नहीं था। इसे देखते हुए बोर्ड में 100 एकड़ जमीन पर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क बनाने का प्रस्ताव रखा गया, जिसे सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी गई है।
इस पार्क में 10,000 वर्ग मीटर के प्लॉट अलॉट किए जाएंगे, जिससे आइटी और सॉफ्टवेयर कंपनियों को व्यवसाय स्थापित करने के लिए बेहतर बुनियादी ढांचा और सुविधाएं मिलेंगी। इस परियोजना के तहत न केवल देशी बल्कि विदेशी कंपनियों को भी आकर्षित किया जाएगा, जो कि यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश करने की योजना बना रही हैं।
विदेशी कंपनियों से निवेश की उम्मीद
डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि विदेशी कंपनियों ने यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में सॉफ्टवेयर कंपनियों के लिए जमीन की मांग पहले ही कर रखी है। इन कंपनियों की मांग को ध्यान में रखते हुए इस प्रस्ताव को बोर्ड में पेश किया गया और इसे मंजूरी दी गई। यह टेक्नोलॉजी पार्क सॉफ्टवेयर उद्योग के विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा और इससे विदेशी पूंजी निवेश भी तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।
रोजगार के नए अवसर मिलेंगे
सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क के बनने से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। इसमें विशेषज्ञ आईटी पेशेवरों के साथ-साथ विभिन्न तकनीकी सेवाओं से जुड़े व्यक्तियों के लिए भी अवसर उत्पन्न होंगे। इसके अलावा, इस पार्क के माध्यम से यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी का तेजी से विकास होगा, जिससे देश और विदेश के निवेशकों को आकर्षित किया जा सकेगा। कुल मिलाकर यमुना प्राधिकरण की इस पहल से न केवल क्षेत्र में आईटी और सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोजगार के अवसरों में भी भारी वृद्धि होगी। इस प्रोजेक्ट से स्थानीय और वैश्विक कंपनियों को सशक्त आधार मिलेगा और प्राधिकरण क्षेत्र में विकास की गति को और तेज किया जा सकेगा।