Greater Noida News : आवंटियों के साथ-साथ यमुना विकास प्राधिकरण अपने क्षेत्र में रहने वाले किसानों का भी पूरा ध्यान रख रहा है। दिवाली के मौके पर प्राधिकरण ने करीब 45,000 किसानों को एक बड़ी सौगात दी है। अब किसानों को कुल जमीन का 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत भूखंड दिया जाएगा। आने वाली बोर्ड बैठक में यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ इस मुद्दे को रखेंगे और बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पर मंजूरी मिलने के बाद कैबिनेट में रखा जाएगा। वहां पर प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद किसानों को 10% भूखण्ड दिया जाना शुरू हो जाएगा।
काफी समय से किसान मांग कर रहे थे
दरअसल, यमुना विकास प्राधिकरण अपने क्षेत्र में जिन किसानों से जमीन लेता है, उस जमीन के बदले मुआवजा के साथ-साथ आबादी में भूखंड भी दिया जाता है। इस भूखंड का क्षेत्रफल किसान की कुल जमीन का 7% दिया जाता है, लेकिन काफी समय से किसान भूखंड के क्षेत्रफल को बढ़ाने की मांग कर रहे थे। इसको लेकर किसानों ने काफी बार यमुना विकास प्राधिकरण का घेराव भी किया। किसानों की मांग को ध्यान में रखते हुए यमुना विकास प्राधिकरण ने भूखंड का क्षेत्रफल बढ़ा दिया है। अब 7 के बजाय 10 प्रतिशत भूखंड दिया जाएगा। इसमें करीब 29 गांव के किसानों को फायदा होगा।
इन किसानों को भी दुबारा मिलेगा भूखंड
अधिकारियों ने बताया कि जिन किसानों को 7 प्रतिशत जमीन का भूखंड मिल चुका है उनको दोबारा अब 3 प्रतिशत जमीन दी जाएगी। यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक 8 गांवों के 790 किसानों को 7 प्रतिशत भूखंड दिया जा चुका है। अफसरों का कहना है कि सभी किसानों को इसका फायदा होगा। आपको बता दें कि इस मांग के लिए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी यमुना प्राधिकरण पर धरना देने के लिए आए थे।