युवा मोर्चा अध्यक्ष ने दो मंडल अध्यक्ष बर्खास्त किए, जिलाध्यक्ष ने फैसला पलटा, जातिवाद और भ्रष्टाचार के आरोप

गौतमबुद्ध नगर भाजपा में बवाल : युवा मोर्चा अध्यक्ष ने दो मंडल अध्यक्ष बर्खास्त किए, जिलाध्यक्ष ने फैसला पलटा, जातिवाद और भ्रष्टाचार के आरोप

युवा मोर्चा अध्यक्ष ने दो मंडल अध्यक्ष बर्खास्त किए, जिलाध्यक्ष ने फैसला पलटा, जातिवाद और भ्रष्टाचार के आरोप

Tricity Today | राज नागर

Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर भारतीय जनता पार्टी में बवाल चल रहा है। भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष ने दो मंडल अध्यक्षों को बर्खास्त कर दिया। बर्खास्तगी की चिट्ठी मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसके बाद बुधवार को भाजपा के जिला अध्यक्ष विजय भाटी ने युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष राज नागर का फैसला पलट दिया है। विजय भाटी ने एक ट्वीट किया और बताया कि युवा मोर्चा के किसी भी मंडल अध्यक्ष को हटाया नहीं गया है। पूर्व में नियुक्त किए गए अध्यक्ष ही बने रहेंगे। दूसरी ओर मंडल अध्यक्षों ने राज नागर पर जातिवाद और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। हालांकि, राज नागर ने इन आरोपों को खारिज किया है।

मंडल अध्यक्षों ने जिलाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए
भाजपा युवा मोर्चा रबूपुरा मंडल के अध्यक्ष नरेश शर्मा और दनकौर के मंडल अध्यक्ष मयंक पंडित को बर्खास्त कर दिया था। इन दोनों की जगह दनकौर मंडल में बालेश्वर नागर और रबूपुरा मंडल में दीपक तोमर को अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप दी थी। मंगलवार को संशोधित पत्र सामने आने के बाद विवाद खड़ा हो गया। दोनों मंडल अध्यक्षों ने जिलाध्यक्ष राज नागर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इन लोगों का कहना है कि होर्डिंग छपवाने और फोटो छोटा-बड़ा लगवाने के नाम पर राज नागर परेशान करते हैं। उन्होंने जानबूझकर दो मंडल अध्यक्षों को बर्खास्त किया और दोनों ब्राह्मण समाज से ताल्लुक रखते हैं। बड़ी बात यह है कि दोनों पदों पर ब्राह्मणों की बजाय दूसरी बिरादरी के युवाओं को नियुक्त किया गया है। मंडल अध्यक्षों का यह भी आरोप है कि जिला अध्यक्ष कार्यकारिणी में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। जिला कार्यालय खोलने के लिए पैसे की मांग की जा रही है। राज नागर ने बैठक में अभद्रता की थी। जिसका विरोध किया गया था। इसी वजह से दोनों मंडल अध्यक्षों को बर्खास्त किया गया है।

सारे आरोप बेबुनियाद, दोनों अध्यक्ष निष्क्रिय : राज नागर
दूसरी ओर राज नागर का कहना है, "मयंक पंडित और नरेश शर्मा के आरोप पूरी तरह निराधार हैं। पिछली कार्यकारिणी में इन दोनों लोगों ने बहुत अच्छा काम किया था। जिसे ध्यान में रखकर इस बार मंडल अध्यक्ष का दायित्व दिया गया था। जिला कार्यकारिणी इन दोनों को संगठन से जुड़ी गतिविधियों में शामिल रहने के लिए कह रही थी। दोनों लोग काम नहीं कर रहे थे। पूरी तरह निष्क्रिय थे। अब तक युवा मोर्चा की केवल एक बैठक में भाग लिया था। जिला कार्यकारिणी के महामंत्री ने कई बार इन दोनों मंडल अध्यक्षों को दायित्व सौंपे थे। जिनका निर्वाह नहीं किया गया। इन दोनों को हटाने के लिए भाजपा जिला अध्यक्ष विजय भाटी से बात की गई थी। उन्होंने अपनी सहमति दे दी थी। जिसके बाद दोनों को प्रतिस्थापित किया गया था। उनकी जगह दूसरे क्रियाशील कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई। जातिवाद के आधार पर कार्यवाही करने का आरोप सरासर गलत है। यह केवल इत्तेफाक है कि दोनों लोग एक समाज से ताल्लुक रखते हैं। भ्रष्टाचार का आरोप भी निराधार है। अपनी गलतियां छिपाने के लिए इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं।

विजय भाटी ने राज नागर फैसला पलट दिया
बुधवार को यह मामला तूल पकड़ने लगा। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी गौतमबुद्ध नगर के अध्यक्ष विजय भाटी ने युवा मोर्चा के अध्यक्ष राज नागर का फैसला पलट दिया है। दोपहर में ट्वीट करके विजय भाटी ने जानकारी दी। उन्होंने लिखा, "युवा मोर्चा का कोई मंडल अध्यक्ष नहीं हटाया गया है। पूर्व में नियुक्त किए गए मंडल अध्यक्ष बरकरार हैं।" इसके बाद जिले में हालात सामान्य हो गए। कुल मिलाकर इस पूरे प्रकरण में युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष को बैकफुट पर जाना पड़ा है। फिलहाल यह विवाद शांत हो गया है।

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