डेढ़ साल में 647 लोग जान से हाथ धो बैठे, साठ फीसदी दुर्घटनाएं खास समय पर

गुरुग्राम की सड़कों पर दौड़ रही मौत : डेढ़ साल में 647 लोग जान से हाथ धो बैठे, साठ फीसदी दुर्घटनाएं खास समय पर

डेढ़ साल में 647 लोग जान से हाथ धो बैठे, साठ फीसदी दुर्घटनाएं खास समय पर

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Gurugram News : गुरुग्राम में हर साल हजार से ज्यादा सड़क हादसों में 400 से ज्यादा लोगों की जान जा रही है। गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस और राहगीरी फाउंडेशन ने मिलकर साल 2023 में हुई सड़क दुर्घटनाओं और मौत के कारणों को जानने के लिए सर्वे किया। इसमें कई चौकानें वाले तथ्य सामने आए।


जानिए किन घंटों में ज्यादा सावधान रहें
एक साल में मिलकर 20 फीसदी तक सड़क दुर्घटना और मौत को कम करने का लक्ष्य रखा गया है। क्रैश रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 में 1190 सड़क दुर्घटनाओं में 439 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा 1020 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इन दुर्घटनाओं में 62 फीसदी मौतें शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे के बीच में हुई थी। 58 फीसदी दुर्घटनाएं भी रात के समय में हुई थीं।

कई सड़कों में मिली खामियां
रात में चलने के लिए शहर की सड़कें सुरक्षित नहीं है। इन सड़कों पर रात में पर्याप्त रोशनी नहीं होने के साथ खराब रोड इंजीनियरिंग, पर्याप्त साइन बोर्ड और रिफ्लेक्टर नहीं होना भी एक बड़ा कारण है। इसके अलावा दिल्ली-जयपुर हाईवे, कुंडली-मानेसर-पलवल सहित शहर की अंदरुनी सड़कों पर अवैध वाहनों की पार्किंग भी एक हादसों का बड़ा कारण माना गया है।

सिर्फ 2.1 प्रतिशत सड़क में 45 फीसदी एक्सीडेंट
गुरुग्राम में सड़कों के जाल का कुल 2.1 प्रतिशत हिस्सा राष्ट्रीय राजमार्ग का पड़ता है, लेकिन चिंता की बात है कि सिर्फ 2.1 प्रतिशत हिस्से में 45 फीसदी सड़क दुर्घटनाएं और मौत होती है। जबकि 55 फीसदी मौतें और दुर्घटनाए शहर की अंदरुनी सड़कों में होती हैं। ऐसे में रात में राष्ट्री य राजमार्ग पर दुर्घटनाओं के कई कारण हैं।

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