कहकर 4 घंटे तक युवती को रखा डिजिटल अरेस्ट, टॉयलेट तक भी नहीं जाने दिया

मेम आपके खिलाफ FIR दर्ज है! कहकर 4 घंटे तक युवती को रखा डिजिटल अरेस्ट, टॉयलेट तक भी नहीं जाने दिया

कहकर 4 घंटे तक युवती को रखा डिजिटल अरेस्ट, टॉयलेट तक भी नहीं जाने दिया

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Gurugram News : दिल्ली एनसीआर के गुरुग्राम में एक नामी कंपनी में काम करने वाली युवती को साइबर ठगों ने अपना निशाना बनाया है। साइबर क्रिमिनल्स ने युवती को करीब 4 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) रखा। आरोपियों ने ट्राई (Telecom Regulatory Authority of India) का कर्मचारी बनकर कॉल की और बाद में मुंबई पुलिस को ये कॉल ट्रांसफर की गई। फिर एक ठग ने आईपीएस अधिकारी बनकर विडियो कॉल पर बात की और केस से नाम निकलवाने का झांसा देकर ठगों ने पहले युवती को चार घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा वहीं, युवती से 3 लाख रुपये भी ट्रांसफर करवा लिए है। 

फर्जी केस में फंसाने का झांसा देकर ऐसे बनाया शिकार 
साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर पीड़िता ने बताया कि वह सेक्टर-69 एरिया की सोसायटी में रहती हैं। उन्हें कुछ दिन पहले एक नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि वह ट्राई का कर्मचारी है। कहा गया कि आपके नाम पर रजिस्टर्ड एक अन्य सिमकार्ड से कुछ महिलाओं को कॉल कर परेशान किया गया है। इसको लेकर गोवंडी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज है। इसके चलते आपका ये नंबर भी बंद किया जा रहा है। नंबर नहीं बंद कराना चाहते हैं तो इसके लिए आपको पुलिस से एनओसी लेनी होगी। करीब 45 मिनट बात कर आरोपी ने गोवंदी पुलिस स्टेशन में कॉल ट्रांसफर कर दी। फिर एक युवक ने खुद को पुलिसकर्मी बताया और बाद में अपने सीनियर अधिकारी से बात कराने को कहकर स्काइप आईडी देकर वीडियो कॉल पर जुड़ने को कहा।

कमरे में बंद रही युवती, वेबसाइट भी दिखाई 
आरोप है कि एक ठग ने आईपीएस अधिकारी बनकर वीडियो कॉल पर बात की। उसने कहा कि आप को अपने दोस्त या परिवार के सदस्य से भी बात नहीं करनी है। कमरे से बाहर नहीं निकलने दिया गया और टॉयलेट तक भी नहीं जाने दिया गया। उन्होंने युवती का आधार कार्ड व फोटो दिखाया। फिर एक वेबसाइट का लिंक देकर एफआईआर नंबर दिया और कहा कि आप इस पर चेक कर सकते हैं। युवती ने वेबसाइट पर जाकर एफआईआर नंबर चेक किया तो उसमें युवती का नाम था। फिर बोले कि हम अपने डेटाबेस में चेक करते हैं कि अन्य किसी केस में तो आपका नाम नहीं है। चेक कर बताया गया कि जेट एयरवेज के नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग केस में आपका केनरा बैंक का डेबिट कार्ड इस्तेमाल किया गया है।

3 लाख रुपये ट्रांसफर करवाए 
युवती से कहा गया कि आपके केस की प्रॉसेस में तेजी और नाम निकलवाने के लिए फीस देनी होगी। आईसीआईसीआई बैंक का खाता नंबर भेजकर आरोपियों ने 3 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। जिसके बाद कॉल कट करते समय भी कहा कि हर 8 घंटे में आप हमें बताएंगी कि आप सेफ हैं और उपलब्ध हैं। बाद में युवती को ठगी का अहसास हुआ और साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पीड़िता ने साइबर क्राइम थाना साउथ में ठगी की एफआईआर दर्ज की गई है।

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