Gurugram News : कृषि और किसान कल्याण विभाग हरियाणा की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा सुमिता मिश्रा ने गुरुवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान जिला में विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए डा सुमिता मिश्रा ने जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे अपने जिलों में शेष बची हुई गिरदावरी पूर्ण करवाकर उसे लॉक करवाना सुनिश्चित करें ताकि आगे की प्रक्रिया पूरी की जा सके। उन्होंने बैठक में अधिकारियों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा के मिसमैच डेटा संबंधी कार्य को जल्द से जल्द पूरा करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वे वैरिफिकेशन संबंधी कार्य को प्राथमिकता के साथ पूरा करें।
किसान जल्द कराए पोर्टल पर पंजीकरण
डा सुमिता मिश्रा ने कहा कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अब तक जिन किसानों ने अपनी फसल का पंजीकरण नही करवाया है, उन्हें विभाग द्वारा एक बार पुनः अपनी फसल के पंजीकरण का अवसर दिया गया है। किसान इस पोर्टल पर 24 सितंबर तक अपनी फसल का पंजीकरण करवाकर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
"लैंड रिकॉर्ड वैरिफिकेशन जल्द पूरा किया जाए"
बैठक में उन्होंने पीएम किसान योजना के तहत लैंड रिकॉर्ड वैरिफिकेशन संबंधी कार्य भी जल्द से जल्द पूरा करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में राजस्व विभाग के पटवारियों आदि का सहयोग लिया जा सकता है। पटवारी पीएम किसान योजना के लाभार्थी की खेवट का रिकॉर्ड कृषि विभाग के अधिकारियों को उपलब्ध करवाएं और इस कार्य को प्राथमिकता के साथ करवाना सुनिश्चित करें।
पराली जलाने के मामले को गंभीरता से ले
फसल अवशेष प्रबंधन संबंधी विषय पर बोलते हुए डा. सुमिता मिश्रा ने कहा कि अधिकारी अपने जिलों में पराली के जलाने संबंधी मामलों को गंभीरता से ले और सुनिश्चित करें कि जिला में कहीं भी पराली ना जलाई जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसके लिए अधिकारी जिलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करवाते हुए प्रभात फेरियां निकाले और किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में जागरूक करें।
"विद्यार्थियों को पराली जलाने के दुष्प्रभावों के बारे में बताए"
उन्होंने कहा कि इसके लिए विद्यालयों में अलग-2 प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यार्थियों को पराली जलाने के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करें। किसानों को अलग-अलग प्लैटफार्म के माध्यम से पराली जलाने के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दें और उन्हें फसल अवशेष प्रबंधन के अन्य उपायों के बारे में जागरूक करें।
ये लोग रहे उपस्थित
वीडियो कान्फ्रेंसिंग में अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, कृषि और किसान कल्याण विभाग गुरूग्राम के उप निदेशक अनिल दहिया सहित कई अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।